Greater Noida Authority: सेनिटेशन का फुल इंतजाम, सफाईकर्मियों में मिलेगे वाॅकी-टाॅकी

ग्रेटर नोएडा। Greater Noida Authority ने पुराने शौचालयों के मरम्मतीकरण के कार्य शुरू करा दिए हैं। पहले चरण में नौ शौचालय दुरुस्त किये जा रहे हैं। 16 नए शौचालयों का बीओटी के आधार पर जल्द निर्माण कराने की योजना है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी (CEO Ritu Maheshwari) के निर्देश पर ग्रेटर नोएडा को स्वच्छ बनाने के लिए एक साथ कई परियोजनाओं को अमली-जामा पहनाने की दिशा में कार्य किये जा रहे हैं। इसी क्रम में सीईओ के निर्देश पर ग्रेटर नोएडा के सार्वजनिक जगहों पर शौचालयों का निर्माण और पुराने शौचालयों का मरम्मतीकरण किया जा रहा है।

यह भी पढ़े : Yamuna Authority:नोएडा एयरपोर्ट के पास बनेगा डिज्नीलैंड जैसा हू-ब-हू पार्क

सीईओ ने मंगलवार को जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ से किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की, जिसमें जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ से जानकारी दी गई कि पुराने शौचालयों को दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया गया है। पहले चरण में नौ शौचालय दुरुस्त किये जा रहे हैं। इसके साथ ही 16 नए शौचालयों का BOT(बिल्ट -ऑपरेट -ट्रांसफर) के आधार पर निर्माण होना है। सीईओ ने इन शौचालयों का टेंडर शीघ्र अवार्ड कर कार्य शुरू कराने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले 30 शौचालयों का बीओटी के आधार पर निर्माण कराया जा चुका है। ग्रेटर नोएडा में निर्माण कार्योें के मलवे को प्रोसेस करने के लिए ईकोटेक थ्री में सीएंडडी वेस्ट प्लांट को शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इसी तरह नॉलेज पार्क थ्री में एमआरएफ सेंटर को भी शीघ्र शुरू कराने को कहा है।

स्वच्छता से जुड़ी शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को जल्द ही वॉकी-टॉकी मुहैया कराया जाएगा। सेनेटरी इंस्पेक्टर व सुपरवाइजरों के साथ ही इस विभाग से जुड़े अधिकारियों के पास भी वॉकी-टॉकी रहेगा, जिससे आपसी तालमेल बढ़ेगा और वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश देने में भी आसानी होगी। ग्रेटर नोएडा में ई-वेस्ट को कलेक्ट एंड ट्रांसपोर्ट करने के लिए एजेंसी के चयन की प्रक्रिया भी चल रही है। यह एजेंसी मोबाइल, लैपटॉप व अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स के वेस्ट को कलेक्ट करेगी। इस कदम से ई-वेस्ट से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को बचाया जा सकेगा। सीईओ ने समीक्षा बैठक में कार्बन क्रेडिट के लिए भी एजेंसी का चयन शीघ्र करने के निर्देश दिए। कार्बन क्रेडिट परियोजना के अंतर्गत कार्बन उत्सर्जित करने वाली परियोजनाओं से कार्बन उत्सर्जन कम करके क्रेडिट प्राप्त किया जाएगा जिसे कैश कराया जा सकेगा। अस्तौली में लैंडफिल साइट पर विकास कार्यों (रोड, सीवर, पानी, बिजली आदि) को तेजी से पूर्ण करानेे के निर्देश दिए। इसके अलावा डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन और मैकेनिकल स्वीपिंग कार्यों के टेंडर को शीघ्र अंतिम रूप देने के निर्देश दिए। इस बैठक में प्राधिकरण की एसीईओ अमनदीप डुली, वरिष्ठ प्रबंधक उत्सव निरंजन, सहायक प्रबंधक मनोज कुमार चौधरी व ईएंडवाई के प्रतिनिधि शामिल रहे।

यहां से शेयर करें