Street dogs will not be seen on the roads News: नोएडा। सुप्रीम कोर्ट ने स्ट्रीट डॉग के हमलों को देखते हुए स्वतः संज्ञान लिया और आदेश दे दिया है। इस आदेश का अब असर होगा, स्ट्रीट डॉग आपको और आप के बच्चों को काटने के लिए नहीं दौड़ेंगे। एक समय सीमा के अंदर सभी स्ट्रीट डॉग्स को सड़कों से हटाना होगा। सुप्रीम कोर्ट के डॉग शेल्टर भेजे जाने के आदेश के बाद नोएडा प्राधिकरण भी मामले में कवायद शुरू करने को तैयार है। प्राधिकरण काफी समय से चाहता था कि कुत्तों के लिए काम किया जाए मगर कई संस्थाएं उसे ऐसा करने से रोक देती थी। स्ट्रीट डॉग को दूसरी जगह शिफ्ट करने में कोई रोड़ा बनेगा तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी।
नोएडा प्राधिकरण ने शुरू की तैयारी
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद प्राधिकरण कार्यालय में आदेश को अंजाम देने के लिए कवायद शुरू करने की तैयारी है। हालांकि अभी प्राधिकरण के पास शहर में स्ट्रीट डॉग का आंकड़ा नहीं है। ऐसे में यह अंदाज लगाना मुश्किल होगा कि कितने कुत्तों के लिए शेल्टर बनाने होंगे। फिलहाल शहर के प्रत्येक सेक्टर में डॉग शेल्टर बनाने या सेंट्रलाइज्ड डॉग शेल्टर बनाने के विकल्प पर विचार किया जा रहा है। प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक इसके लिए किसी एजेंसी का चयन करना होगा जो कि लावारिस कुत्तों को पकड़ेगी। इस पर होने वाले खर्च का भी आकलन करना होगा। कोर्ट का आदेश है कि जिन संस्थाओं की ओर से इस काम में बाधा डाली जाए उनके खिलाफ एफआईआर आदि कराई जाए। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर ऐसी संस्थाओं पर जुर्माने आदि का भी प्रावधान किया जा सकता है।
क्या कहते है सीईओ लोकेश एम
इस संबंध मे नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने कहा कि लावारिस कुत्तों को शेल्टर होम भेजने के कोर्ट के आदेश का पालन किया जाएगा। इस मामले में संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी किए जाएंगे। खबरें आती है कि कुत्ते ने किसी को काटा है जिस को लेकर लोग खौफजदा है।
7 महीने में 73 हजार लोगों को स्ट्रीट डॉग काटा
जिला प्रशासन के आंकड़े के अनुसार बीते 7 महीने में गौतमबुद्ध नगर में करीब 73 हजार लोगों को लावारिस कुत्तों ने कटा है। इसमें जनवरी 2025 में 9383, फरवरी में 10175, मार्च में 11599, अप्रैल में 10925 और जून में 10646 और जुलाई में 10394 में लोगों को काटने के आंकड़े हैं।
नोएडा में हैं चार डॉग शेल्टर
नोएडा प्राधिकरण के अफसरों के मुताबिक नोएडा में चार डॉग शेल्टर हैं। यह सेक्टर-34, 50, फेज-2 और सेक्टर-93 में बने हुए हैं। इनमें से दो शेल्टर सेक्टर-34 और 93 में लावारिस कुत्तों को रखा जाता है। इसके अलावा सेक्टर-94 में एनिमल शेल्टर है। यहां बीमार पशुओं का इलाज किया जाता है।

