मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर चांदी के दिसंबर डिलीवरी कॉन्ट्रैक्ट में 1.36 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार हुआ। पिछली क्लोजिंग के मुकाबले 2400 रुपये की बढ़ोतरी के बाद चांदी 1,79,025 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई। यह साल भर में चांदी की कीमतों में 85 फीसदी से अधिक की वृद्धि हुई है, जो इसे मल्टी-बैगर निवेश का आकर्षक विकल्प बना रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इंडस्ट्रियल डिमांड, खासकर इलेक्ट्रॉनिक्स और सोलर पैनल सेक्टर में, सफेद धातु को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है।
सोने की बात करें तो 24 कैरेट सोना भी 0.4 फीसदी ऊपर चढ़ा और 572 रुपये की बढ़त के साथ 1,30,650 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। यह साल-दर-साल 66 फीसदी की तेजी का संकेत है। हालांकि, कुछ शहरों में हल्की गिरावट भी दर्ज की गई, जैसे दिल्ली में 24 कैरेट सोना 1,30,740 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रहा, जबकि मुंबई में 1,29,650 रुपये पर 10 रुपये की मामूली गिरावट आई। चेन्नई में सोना 1,31,120 रुपये प्रति 10 ग्राम ट्रेड कर रहा है।
प्रमुख शहरों में आज के सोना-चांदी के भाव (प्रति 10 ग्राम/किलो):
• दिल्ली: सोना (24K) – ₹1,30,740 | चांदी – ₹1,91,000
• मुंबई: सोना (24K) – ₹1,29,650 | चांदी – ₹1,90,900
• चेन्नई: सोना (24K) – ₹1,31,120 | चांदी – ₹1,91,500
• कोलकाता: सोना (24K) – ₹1,30,500 | चांदी – ₹1,90,000
18 कैरेट सोने के भाव भी प्रभावित हुए हैं। 750 शुद्धता वाला 18 कैरेट सोना दिल्ली में लगभग 96,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा है, जो ज्वेलरी खरीदारों के लिए राहत की बात है, लेकिन कुल मिलाकर कीमतें ऊंचे स्तर पर बनी हुई हैं।
इस तेजी के पीछे कई कारक हैं। रुपये की डॉलर के मुकाबले 90 के पार कमजोरी ने आयातित धातुओं को महंगा कर दिया। वैश्विक स्तर पर कॉमेक्स पर चांदी 1.6 फीसदी ऊपर 58.90 डॉलर प्रति औंस पर पहुंची, जबकि सोना भी मजबूत रहा। आरबीआई की हालिया रेपो रेट कट ने निवेशकों को सुरक्षित संपत्तियों की ओर धकेला। इसके अलावा, भारत में चांदी के आयात में 6000 टन का रिकॉर्ड स्तर दर्ज किया गया, जो मांग की ताकत दिखाता है।
विश्लेषकों का अनुमान है कि अगर वैश्विक अनिश्चितताएं बनी रहीं, तो चांदी 1.85 लाख रुपये प्रति किलो को पार कर सकती है। हालांकि, अमेरिकी फेड रिजर्व की नीतियां और डॉलर इंडेक्स पर नजर रखनी होगी। ज्वेलर्स और निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि छोटे-छोटे खरीद में उतार-चढ़ाव का फायदा उठाएं।
सोना-चांदी बाजार में यह उछाल त्योहारों के बाद की सुस्ती को पीछे छोड़ते हुए निवेशकों का उत्साह बढ़ा रहा है। क्या यह रैली 2025 के अंत तक जारी रहेगी? बाजार की नजर अगले सत्र पर है।

