इस घटना ने पूरे देश में आक्रोश पैदा किया था, क्योंकि आग लगने के कुछ घंटों बाद ही लूथरा बंधु थाईलैंड के लिए रवाना हो गए थे। भारतीय दूतावास के हस्तक्षेप के बाद थाई अधिकारियों ने 11 दिसंबर को उन्हें फुकेट में हिरासत में लिया था। इंटरपोल के ब्लू कॉर्नर नोटिस और लुकआउट सर्कुलर जारी होने के बाद उनकी गिरफ्तारी संभव हो सकी।
आग की घटना और जांच
6 दिसंबर की रात करीब 11:45 बजे नाइटक्लब में आग लगी, जब वहां ‘बॉलीवुड बैंगर नाइट’ पार्टी चल रही थी। प्रारंभिक जांच में indoor fireworks, शॉर्ट सर्किट या गैस सिलेंडर विस्फोट को संभावित कारण बताया गया है। क्लब की संरचना में गंभीर सुरक्षा उल्लंघन पाए गए हैं – संकीर्ण प्रवेश द्वार, अग्नि सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम न होना और अवैध निर्माण।
मृतकों में ज्यादातर क्लब के कर्मचारी थे, जबकि कुछ पर्यटक भी शामिल थे। गोवा पुलिस ने पहले ही पांच मैनेजर और स्टाफ सदस्यों को गिरफ्तार किया है, साथ ही एक अन्य सह-मालिक अजय गुप्ता को दिल्ली से हिरासत में लिया गया था।
लूथरा बंधुओं पर लापरवाही से हत्या न मानने वाली हत्या और सुरक्षा मानकों के उल्लंघन के आरोप लगाए गए हैं। भारत पहुंचने के बाद उन्हें गोवा ले जाया जाएगा, जहां आगे की कानूनी कार्रवाई होगी। गोवा सरकार ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और सुरक्षा मानकों की समीक्षा शुरू की है।
यह घटना गोवा की नाइटलाइफ और पर्यटन उद्योग में सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल उठा रही है।

