पुलिस के अनुसार, घटना 20 दिसंबर की है, जब सीईओ जीतेश सिसोदिया ने अपना जन्मदिन और न्यू ईयर पार्टी एक होटल में आयोजित की थी। पीड़िता महिला मैनेजर भी इस पार्टी में शामिल हुई थीं। पार्टी खत्म होने के बाद अन्य मेहमान चले गए, तो महिला एक्जीक्यूटिव शिल्पा सिरोही ने पीड़िता को घर छोड़ने का प्रस्ताव दिया। कार में सीईओ जीतेश सिसोदिया और गौरव सिरोही भी पहले से मौजूद थे।
रास्ते में आरोपियों ने एक दुकान से सिगरेट जैसी कोई चीज खरीदी और पीड़िता को दी। इसका उपयोग करने के बाद महिला बेहोश हो गईं। पीड़िता का आरोप है कि बेहोशी की हालत में तीनों ने चलती कार में उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। सुबह होश आने पर उन्हें अपनी स्थिति का पता चला। उनके प्राइवेट पार्ट्स में चोट के निशान थे, साथ ही कान की बालियां, जुराबें और अंडरगारमेंट्स गायब थे।
ट्रॉमा और डर के कारण पीड़िता ने तीन दिन बाद 23 दिसंबर को सुखेर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। पीड़िता की मेडिकल जांच में चोट के निशान मिले, जो आरोपों की पुष्टि करते हैं। कुछ रिपोर्ट्स में कार के डैशकैम फुटेज को महत्वपूर्ण सबूत बताया गया है, जिसमें कथित तौर पर घटना के ऑडियो-वीडियो रिकॉर्ड हुए हैं।
उदयपुर पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने बताया, “शिकायत के आधार पर तीनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुरी वर्मा को सौंपी गई है।”
आरोपी सीईओ की कंपनी जीकेएम आईटी प्राइवेट लिमिटेड है, जो विडंबनापूर्ण रूप से खुद को महिलाओं के लिए अनुकूल कार्यस्थल के रूप में 4.7/5 रेटिंग देती है।
मामला संवेदनशील होने के कारण जांच जारी है और आगे की कार्रवाई सबूतों के आधार पर की जाएगी।

