नोएडा और ग्रेनो प्राधिकरण में होता है खेलः किसान कोटे के 5-6 फीसदी भूखंडों की अच्छी लोकेशन मतलब नातेदारी-रिश्तेदारी या फिर

Farmer quota Plots In Noida : किसान कोटे के 5-6 फीसदी विकसित भूखंडों  में नोएडा ग्रेटर नोएउा प्राधिकरण में बड़ा खेल हुआ है और हो रहा है। बताया जा रहा है कि प्राधिकरण में अच्छी लोकेशन के लिए लोग अधिकारी और कर्मचारियों से नातेदारी, रिश्तेदारी निकाल लेते है या फिर उनके निजी हितों को पूरा करते हुए अपना प्लांट आवटित करा लेते है।
ग्रेनो में सामने आया है मामला
बता दें कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एक वरिष्ठ अधिकारी पर गंभीर आरोप लगा है। प्राधिकरण में किसान आबादी विभाग में कार्यरत एक मैनेजर पर अपने पद और रसूख का दुरुपयोग कर अपने रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने की जांच शुरू हुई है। खैरपुर गुर्जर गांव के ग्रामीणों की शिकायत के आधार पर पुराने कागजात भी खंगाले जा रहे हैं।

मैनेजर पर लग रहे गंभीर आरोप
मालूम हो कि प्राधिकरण में किसान आबादी विभाग में कार्यरत मैनेजर ने अपने पद का दुरुपयोग कर अपने रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा है। आरोप है कि उन्होंने योजनाबद्ध तरीके से किसान आबादी की जमीन पर फर्जी अतिक्रमण दिखाकर अपने रिश्तेदारों के भूखंड बेहतर लोकेशन पर स्थानांतरित करा दिए। बताया गया कि घोड़ी बच्छेड़ा गांव में स्थित 7.5 मीटर चैड़ी सड़क पर पूर्व में इन भूखंडों का नियोजन हुआ था। ये भूखंड संदीप रावल के रिश्तेदारों के नाम पर थे। आरोप है कि उन्होंने प्राधिकरण के परियोजना विभाग के साथ मिलीभगत कर इन भूखंडों पर फर्जी अतिक्रमण दिखाया और फिर उन्हें अन्य आकर्षक लोकेशन पर ट्रांसफर करा लिया। शिकायत करने वालों का दावा किया कि जिन भूखंडों को अतिक्रमणग्रस्त दिखाया गया, वास्तव में वहां कोई अतिक्रमण था ही नहीं। इस मैनेजर पर पहले भी आरोप लग चुके है।

नोएडा में भी हो सकती है जांच

नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र में आवंटित किए गए पांच फ़ीसदी के किसान कोटे वाले विकसित भूखंडों की जांच हो सकती है। क्योंकि नोएडा प्राधिकरण में भी इस तरह के आरोप अफसरों पर लग चुके हैं। ग्रामीणों ने कई बार आरोप लगाए हैं कि रिश्वत ले कर अधिकारियों ने अच्छी लोकेशन पर भूखण्ड दिये।

 

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