नोएडा । नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी(CEO) रितु माहेश्वरी जैसे ही सोमवार को विकास कार्यों का निरीक्षण के लिए निकली, तभी ठेकेदार और अधिकारियों में हड़कंप मच गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने एडवांट अंडरपास कार्यों के निरीक्षण करते हुए कार्यों को गुणवत्ता पूर्ण व समय से करने के निर्देश दिए, इस दौरान कार्य गुणवत्ता मानकों के अनुसार नए होने के चलते कॉन्टैक्टर मै, अजय कुमार पर 10 लाख का जुर्मान लगाया तथा कार्य 20 जून तक पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी सोमवार की सुबह सेक्टर 14ए से मुख्य मार्ग की साइड पटरी की ग्रील के साइज को छोटा कराने के निर्देश दिए, साथ ही 14ए के लैंडस्केप कार्य का भी निरीक्षण किया।
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उसकी बेकसाइट वाले भाग में और सुधार किए जाने के निर्देश दिए, साथ ही G-20 के कार्यों की दृष्टिगत महामाया फ्लाईओवर के पास लैंडस्केप का कार्य का निरीक्षण किया। उस पर 12 माउंट बनाए जाने ,वह बड़े पेड़ लगाने एवं वहां पर जो बनारस घाट बनाया गया है ,उसको और बड़ा करने तथा घाट जैसी थीम बनाने के निर्देश दिए, इसके अलावा एक्सप्रेस वे पर लगभग 5 किलोमीटर पर सेक्टर 93 अंडरपास से पहले ट्राईगल का निरीक्षण किया। जिसमें एक डिजाइन उचित पाया और उसी तरह के डिजाइन बनाने के निर्देश दिए ,इसके बाद मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी सेक्टर 151ए पहुंची वहां निर्मार्णधीन गोल्फ कोर्स का निरीक्षण किया तथा विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर वहां पौधारोपण भी किया। इसके अलावा मोहियापुर, नलगड़ा, याकूबपुर के 4 बोर्ड लगे पाए गए सभी गांव को नामित करते हुए चारों तरफ बोर्ड लगाने के निर्देश दिए। इसके बाद सीईओ रितु माहेश्वरी का काफिला एडवांट अंडरपास के निरीक्षण के लिए पहुंचा वहां गुणवंता के अनुसार कांट्रेक्टर मैसर्स अजय कुमार द्वारा कार्य सही नहीं पाया गया जिसके चलते उस पर 10 लाख रुपए की पेनल्टी लगाई गई और 20 जून तक कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसके अलावा भी सीईओ ने कई कार्यों का निरीक्षण किया। उनके साथ अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।