अमित शाह और नीतीश कुमार ने रखी पुनौरा धाम में मां जानकी मंदिर की आधारशिला, विपक्ष ने लगाया अपमान का आरोप

Foundation stone of Maa Janaki temple laid in Sitamarhi News: बिहार के सीतामढ़ी जिले के पुनौरा धाम में मां जानकी मंदिर के भव्य परिसर के निर्माण के लिए आधारशिला रखी दी गई है। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वैदिक मंत्रोच्चार और विधि-विधान के साथ भूमि पूजन और शिलान्यास समारोह में हिस्सा लिया। इस अवसर पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, कई केंद्रीय और राज्य मंत्रियों के साथ-साथ हजारों श्रद्धालु भी मौजूद रहे। इस परियोजना को अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य पुनौरा धाम को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनाना है।
मंदिर निर्माण और इसकी महत्ता
पुनौरा धाम को माता सीता की जन्मस्थली माना जाता है और यह हिंदू धर्म में एक पवित्र तीर्थ स्थल है। 67 एकड़ में फैले इस भव्य मंदिर परिसर में मां जानकी का मंदिर, संग्रहालय, सीता वाटिका, लवकुश वाटिका और अन्य सुविधाएं विकसित की जाएंगी। परियोजना की कुल लागत 882.87 करोड़ रुपये है, जिसमें से 137 करोड़ रुपये पुराने मंदिर के जीर्णोद्धार और 728 करोड़ रुपये पर्यटन संबंधी ढांचे के विकास पर खर्च होंगे। बिहार सरकार ने इस परियोजना को 11 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
भूमि पूजन के लिए विशेष तैयारियां की गई थीं। जयपुर से चांदी का कलश, दिल्ली से पूजन सामग्री, 21 तीर्थ स्थानों की मिट्टी और 31 पवित्र नदियों का जल मंगाया गया। मिथिला और काशी के आचार्यों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन संपन्न कराया। मंदिर परिसर को फूलों, झालरों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया, और मिथिला की महिलाओं ने पारंपरिक मैथिली लोकगीत गाकर माहौल को भक्तिमय बनाया।
अमित शाह का बयान
शिलान्यास समारोह के बाद जनता को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, “आज का दिन मिथिलांचल और पूरे भारत के लिए शुभ है। मां जानकी की जन्मस्थली पुनौरा धाम में इस भव्य मंदिर का निर्माण बिहार के भाग्योदय की शुरुआत है। यह न केवल मिथिला की संस्कृति को बल्कि पूरे भारत की सांस्कृतिक धरोहर को समृद्ध करेगा।” उन्होंने कहा कि 890 करोड़ रुपये की लागत से मंदिर के साथ-साथ परिक्रमा पथ, धार्मिक जल स्रोत, चिकित्सा सुविधाएं और रामायण की कथाओं को 3D अनुभव के माध्यम से प्रदर्शित करने की व्यवस्था की जाएगी।
शाह ने कांग्रेस और राजद पर निशाना साधते हुए कहा, “कांग्रेस और राजद ने राम मंदिर को लटकाने और भटकाने का काम किया, लेकिन मोदी जी के नेतृत्व में राम मंदिर बनकर तैयार हुआ। अब मां जानकी का मंदिर भी भव्यता के साथ बनाया जा रहा है।” उन्होंने लालू प्रसाद यादव पर तंज कसते हुए कहा, “लालू जी SIR (सुशासन, इंफ्रास्ट्रक्चर, रोजगार) को रोककर बांग्लादेशियों को बचाना चाहते हैं।”
नीतीश कुमार और अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे बिहार के लिए गौरवपूर्ण क्षण बताते हुए कहा, “पुनौरा धाम का विकास बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को संजोएगा। यह मंदिर न केवल श्रद्धालुओं साथ ही साथ पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा।” उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा, “माता सीता के इस भव्य मंदिर का निर्माण हर बिहारी के लिए गर्व का विषय है।”
बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा, “यह मिथिला और पूरे बिहार के लिए गर्व की बात है कि मां सीता का भव्य मंदिर बन रहा है।” उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इसे बिहार की नई पहचान बताते हुए कहा कि यह परियोजना धार्मिक पर्यटन और रोजगार सृजन को बढ़ावा देगी।
कांग्रेस का आरोप और विवाद
बिहार कांग्रेस के नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने इस शिलान्यास के समय पर सवाल उठाते हुए बीजेपी पर माता सीता की जन्मस्थली का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “बीजेपी सरकार ने संसद में माता सीता के जन्म को लेकर गलत बयान दिया, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। केंद्र सरकार ने इस मंदिर के लिए एक भी पैसा नहीं दिया, फिर भी इसका श्रेय लेने की कोशिश की जा रही है।” मिश्रा ने अमित शाह से माफी मांगने की मांग की।
कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले इस शिलान्यास को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल कर रही है। मिश्रा ने कहा, “यह मंदिर बिहार सरकार के फंड से बन रहा है, लेकिन बीजेपी इसे अपने हिंदुत्व एजेंडे को पेश कर रही है।”
राजनीतिक और सांस्कृतिक महत्व
यह शिलान्यास बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हुआ है, जिसे एनडीए के लिए मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। बीजेपी और जदयू गठबंधन मिथिलांचल और पूरे बिहार में धार्मिक और सांस्कृतिक संदेश देने की कोशिश कर रहा है। मंदिर का निर्माण रामायण सर्किट का हिस्सा है, जिसमें अयोध्या, जनकपुर, और अन्य धार्मिक स्थलों को जोड़ा जाएगा।
इसके अलावा, पुनौरा धाम में रेलवे स्टेशन और सीतामढ़ी-दिल्ली अमृत भारत ट्रेन की शुरुआत भी प्रस्तावित है, जिससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा बढ़ेगी। यह परियोजना बिहार में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय रोजगार सृजन और आर्थिक विकास में भी योगदान देगी।

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