नोएडा पुलिस की कामयाबी: डिजिटल अरेस्ट करने के मामले में पहला आरोपी अरेस्ट, ऐसे की थी 84 लाख की ठगी
Noida साइबर क्राइम आपके मामले में अब नोएडा पुलिस लगातार अपराधियों पर शिकंजा कस रही है। चाहे अपराधी कितना ही शातिर क्यों ना हो लेकिन पुलिस की टीम उसे छोड़ेंगी नहीं। इसी क्रम में थाना साइबर क्राइम पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट कर फर्जी पासपोर्ट, क्रेडिट कार्ड व अवैध मादक पदार्थ की बिक्री किए जाने का डर दिखाकर 84 लाख रुपए की ठगी करने वाले शातिर साइबर अपराधी को अरेस्ट किया है।
साइबर क्राइम के थाना प्रभारी विजय कुमार गौतम ने बताया कि दर्ज मुकदमे मैं वांछित उमेश महाजन पुत्र सतीश चंद्र को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन बरामद किया गया है। थाना प्रभारी ने बताया कि 26 जून को वादिनी मुकदमा निवासी सेक्टर-45, नोएडा द्वारा थाना साइबर क्राइम पर तहरीर दी कि 23 जून को उनके मोबाइल पर 1 अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन किया गया जिसने अपना परिचय फेडेक्स कोरियर कंपनी का कर्मचारी होना बताकर वादिनी मुकदमा के आधार कार्ड व क्रेडिट कार्ड की आईडी से विदेश भेजे जाने वाले पार्सल में अवैध मादक पदार्थ, फर्जी पासपोर्ट, क्रडिट कार्ड पाये जाने जिसका प्रयोग मनी लान्ड्रिग के केस में होना बताकर जाँच मुम्बई क्राईम ब्रान्च व सीबीआई अधिकारी द्वारा किये जाने का भय दिखाकर जाँच के नाम पर 23 जून से 25 जून तक डिजिटल अरेस्ट कर उसके बैंक खाते से 84,16,979 रुपए अपराधियों द्वारा विभिन्न खातो में ट्रान्सफर करा लिये गये।
रिपोर्ट दर्ज हुई और अब
थाना प्रभारी ने बताया कि विवेचना के क्रम में पाया गया कि पीड़िता के बैंक खातो से उपरोक्त धनराशि विभिन्न बैंक खातो में ट्रान्सफर की गयी है। इसी क्रम में एक बैंक खाता (सिटी यूनियन बैंक) जिसका खाताधारक अभियुक्त उमेश महाजन है, जो दिल्ली के राजौरी गार्डन मे रहता है के सिटी यूनियन बैंक खाते में वादिनी मुकदमा के बैंक खाते से 5 लाख 110 रुपए ट्रांसफर हुए है। उक्त उमेश महाजन के सम्बंध में जानकारी एकत्रित की गयी जिसको बुधवार को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया।