एफसीआई के जेई से ली UPI के जरीये फिरौती, कहानी पढेगे तो हो जाएंगे हैरान
1 min read

एफसीआई के जेई से ली UPI के जरीये फिरौती, कहानी पढेगे तो हो जाएंगे हैरान

थाना सेक्टर 113 पुलिस ने एक ऐसे मामले का पर्दाफाश किया है सुनने तो हैरान हो जाएंगे। यूपीआई के जरीये फिरौती ली गई वो भी 60 हजार और 5 लाख रूपये अटक गए। दरअसल पीड़ित की पत्नी ने पुलिस को लिखित सूचना दी कि उसके पति सुमित कुमार सिंह को 08 जून को घर से आवश्यक कार्य से बाहर गये थेे, जिन्हे अज्ञात व्यक्ति द्वारा ले जाकर कही निरूद्ध कर दिया गया, और उधार के पैसो के नाम पर बंधक बनाकर पैसो की मांग की जा रही है। सूचना पर थाने पर रिपोर्ट दर्ज की गई।

ये है प्रकरण
इस प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए थाना सेक्टर-113 नोएडा पुलिस द्वारा तीन टीमों का गठन किया गया। विवेचना के दौरान प्रकाश में आये अभियुक्तों संजीव कुमार उर्फ सोनू और अशोक पुत्र कालू राम को इलेक्ट्रानिक सर्विलांस एवं लोकल इंटेलिजेंस की सहायता से दिनांक 11 जून को समय 3ः15 बजे दौसा शहर जनपद दौसा राजस्थान से गिरफ्तार किया गया, जिनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त हुण्डई वेन्यू कार नं आरजे 45 सीएच 7336 व घटना में प्रयुक्त एक मोबाइल फोन (आई-फोन) एवं परिरूद्ध वादिया मुकदमा के पति सुमित कुमार सिंह पुत्र वशिष्ठ प्रसाद सिंह उम्र लगभग 30 वर्ष निवासी ग्राम कचनार, थाना शीशवन, जिला सिवान बिहार हाल पता किराये का मकान हरि निवास ग्राम सर्फाबाद, सेक्टर-73 थाना सेक्टर-113 नोएडा व सुमित कुमार सिंह उपरोक्त के साथी हर्ष उर्फ बलराम पुत्र रमेश चन्द गुर्जर निवासी हनुमान बांस थाना बेहतुकला जिला अलवर राजस्थान उम्र 31 वर्ष को अभियुक्तगण के कब्जे से घायल अवस्था में बरामद कर लिया गया। उपरोक्त दोनो का चिकित्सीय परीक्षण कराया गया जो अब ठीक स्थिति में है।

यह भी पढ़े: जमीनी विवादः कहासुनी के बाद झगड़ा, गोली चली

उक्त प्रकरण की विवेचना, जांच से पाया गया कि अभियुक्तगण द्वारा वादी मुकदमा के पति से करीब 5 लाख 60 हजार रूपये मारपीट कर व मृत्यु का भय दिखाकर ऑनलाइन ट्रांजक्शन फोन-पे ऐप के माध्यम से पीडित की पत्नी व अन्य रिश्तेदारो से लगातार व्हाट्सएप पर भय दिखाकर बात करके स्थानान्तरित कराया। गिरफ्तारी व बरामदगी के आधार पर मुकदमा उपरोक्त में धारा 506 भादवि का लोप कर धारा 386 भादवि की बढोत्तरी की गयी है।

यह भी पढ़े: तूफान बिपरजॉय बढ रहा भारत की ओर, 150 KM/H की स्पीड

 

इस तरह होती रही कार्रवाई
वादिया मुकदमा का पति सुमित कुमार सिंह उपरोक्त 2017 में एफ.सी.आई विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर भर्ती हुआ था, जिसकी नियुक्ति बद्दी हिमाचल प्रदेश में थी जोकि नियुक्ति के दौरान विभागीय कार्यावाही से निलंबित हो गया था, जिसके बाद परिवार सहित वर्ष 2020 से हरी निवास आसरा एन्कलेव सेक्टर 73 नोएडा थाना सेक्टर 113 नोएडा में रह रहा है। इसी दौरान सुमित कुमार सिंह की मुलाकात हर्ष उर्फ बलराम गुर्जर निवासी सरजोरी थाना जमो रामगढ जिला जयपुर और संजीव कुमार उर्फ सोनू उपरोक्त राजस्थान में कोचिंग सेंटर चलाता है। हर्ष और संजीव कुमार पहले से ही एक-दूसरे से परिचित थे। हर्ष उर्फ बलराम गुर्जर ने संजीव कुमार की मुलाकात सुमित कुमार से कराई। सुमित कुमार ने अपने आप को परीक्षाओं के पेपर सॉल्वर बताकर संजीव कुमार से कई लोगो की नौकरी लगवाने के नाम पर करीब 50 लाख रूपये ले लिये थे, जिसके एवज में सुमित कुमार द्वारा वादे के अनुसार कोई भी पेपर सॉल्व नही दिया गया। इस कारण संजीव कुमार 08 जून को अपने साथियो के साथ नोएडा आकर हर्ष उर्फ बलराम व सुमित कुमार उपरोक्त को पूर्व से परिचय का व्यवहार दिखाकर अपनी हुण्डई कार में बैठा लिया।

इसके के बाद मारपीट कर मृत्यु का डर दिखाकर सुमित कुमार व उसके साथी को जगह-जगह गुप्त स्थानो पर छिपाकर दोनो के साथ मारपीट कर मृत्यु का भय दिखाकर सुमित कुमार की पत्नी व रिश्तेदारो से करीब 5 लाख 60 हजार रूपये सुमित कुमार के फोन-पे में स्थानातंरित कराया। सुमित कुमार जो अभियुक्तों के कब्जे में था उसके फोन से अभियुक्तगणों द्वारा अपने रिश्तेदारो, सम्बन्धियो के फोन में लगभग 60 हजार रूपये स्थानातंरित कर चुके थे, शेष करीब 5 लाख रूपये तकनीकी समस्या के कारण स्थानातंरित नही हो पाये थे जिसे स्थानातंरित करने के लिये लगातार प्रयासरत थे। पीडित सुमित कुमार व उसके साथी हर्ष को अभियुक्त लगातार लोकेशन बदल-बदल कर बरामद हुंडई कार से दौसा राजस्थान के जंगलो में छिपाकर रख रहे थे।

यहां से शेयर करें