पहलवान पीछले करीब ढेड सप्ताह से धरना दे रहे है। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी के लिए पहलवानों का दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना आज भी जारी है। जंतर-मंतर पर रविवार को देशभर की खापों की महापंचायत हुई। साढ़े 4 घंटे चली इस महापंचायत में बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए सरकार को 15 दिनों का अल्टीमेटम दे दिया है।
इस महापंचायत के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि रेसलर्स के धरने को 15 दिन हो चुके है। हम सरकार को 15 दिन और देते हैं। सरकार इस मसले का समाधान निकाले। यह समय 20 मई तक का है। हल न निकलने पर 21 मई को फिर महापंचायत होगी जिसमें बड़े से बड़ा निर्णय लेने से पीछे नहीं हटेंगे। जरूरत पड़ी तो 20 मई के बाद ये आंदोलन देशभर में खड़ा किया जाएगा। ऐसी आशंका है कि किसानो के दंगल में कूदने से पहले ही सरकार इस मामले पर कोई निर्णय ले सकती है। भाजपा के बड़े बड़े नेताओं की निगाहे इस धरने पर ही है।
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वही राकेश टिकैत ने कहा कि इस आंदोलन को खिलाड़ियों की कमेटी ही चलाएगी। मगर, अब हर खाप रोजाना अपने 11-11 आदमी पहलवानों के समर्थन में जंतर-मंतर पर भेजेगी। यह लोग सुबह से शाम तक खिलाड़ियों के साथ रहेंगे। यह बेटियों का मामला है। इसमें पॉलिटिक्स नहीं होनी चाहिए।
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किसान आंदोलन की ओर इशारा, विनेश बोली- फैसला मंजूर
टिकैत ने किसान आंदोलन की ओर इशारा करते हुए कहा कि हमारे पास आंदोलन चलाने का 13 महीने का सरकार का दिया हुआ सर्टिफिकेट है। उधर खाप महापंचायत के फैसले पर विनेश फोगाट ने कहा कि वह फैसले से सहमत हैं और खापों से बाहर नहीं है।
पहलवानों के समर्थन में जंतर-मंतर तक किसानों के मार्च के बीच दिल्ली पुलिस सर्तक हो गई है।इसलिए 2 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया। आने वाले लोगों के निजी वाहनों को दिल्ली में एंट्री दी गई, लेकिन ट्रैक्टर-ट्रालियों को बाहर ही रोक लिया गया। सिंघू बॉर्डर पर अर्धसैनिक बल की तैनाती रही। वहीं टिकरी बॉर्डर, नांगलोई चैक, पीरागढ़ी चैक और मुंडका चैक पर अर्धसैनिक बल के साथ दिल्ली पुलिस के 200 जवानों ने मोर्चा संभाला।