Yamuna Authority: यीडा सिटी। यमुना और गंगा एक्सप्रेसवे को से जोड़ने के लिए बनने वाले 74 किमी लंबे नए लिंक एक्सप्रेसवे के लिए जमीन की खरीद प्रक्रिया जनवरी में शुरू होने जा रही है। यमुना प्राधिकरण इसके लिए खसरें नंबर चिन्हित कर रहा है। इस प्रोजेक्ट के निर्माण को शुरू करने के लिए एलाइनमेंट के बाद अब किन जमीनों को अधिग्रहित करना है। इसकी तैयारी पूरी हो गई है। जल्द ही इसके लिए सार्वजनिक सूचना जारी कर काश्तकारों से सहमति बनाकर जमीन खरीद की कार्रवाई शुरू होगी।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ आरके सिंह बोले
यमुना प्राधिकरण के सीईओ आरके सिंह के मुताबिक 74 किमी लंबे लिंक एक्सप्रेसवे में से यमुना सिटी में करीब 20.4 किमी का सेक्शन बनना है। इसके लिए करीब 740 एकड़ जमीन चाहिए। करीब 1200 करोड़ रुपये का बजट जमीन की आम सहमति से खरीद पर खर्च आना प्रस्तावित है। लिंक एक्सप्रेसवे के एलाइनमेंट के फाइनल होने के बाद अब जो जमीन यहां अधिग्रहित होनी है। इसके लिए भी खसरा संख्या और उसके क्षेत्रफल के आकलन को कर लिया है। नए साल में जनवरी में ही जमीन के अधिग्रहण के लिए आपसी सहमति से खरीद प्रस्तावित है। जमीन पर कब्जा भी साथ में लिया जाना शुरू होगा, इससे जल्दी ही टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी ताकि यूपीडा इसका निर्माण भी शुरू करा सके। टेंडर प्रक्रिया पूरा होने के करीब दो साल में इस लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा होना है।
बुलंदशहर में होगा अधिकांश हिस्सा
अधिकारियों ने कहा कि लिंक एक्सप्रेसवे का अधिकांश हिस्सा बुलंदशहर में है। यहां करीब 53 कमी लंबाई में लिंक एक्सप्रेसवे बनना है। यहां 39 गांवों की जमीन का अधिग्रहण होगा। यमुना सिटी में चोला रेलवे स्टेशन के पास सियाना से लिंक एक्सप्रेस जुड़ेगा। वहीं यमुना एक्सप्रेसवे पर फिल्म सिटी के पास इसे जोड़ा जाना है। यमुना सिटी में सेक्टर-10 व 11, सेक्टर-33 व 34 और सेक्टर- 4ए व 5ए के बीच से लिंक एक्सप्रेसवे गुजरेगा। जापानी सिटी और कोरियन सिटी इस लिंक एक्सप्रेस वे पर ही विकसित होंगीं। इनको सेक्टर- 4ए व 5ए में विकसित किया जाना प्रस्तावित है।
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