Farmer News: बिहार के बगहा क्षेत्र में यूरिया खाद की किल्लत ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मंगलवार को खाद वितरण केंद्र पर खाद लेने के लिए उमड़ी भारी भीड़ में अचानक भगदड़ मच गई, जिसके कारण कई किसानों को चोटें आईं। यह घटना स्थानीय इफको किसान सेवा केंद्र पर हुई, जहां धान की रोपाई और गन्ने की फसल के लिए खाद की सख्त जरूरत को देखते हुए किसान सुबह से ही लंबी कतारों में खड़े हो थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, खाद की सीमित मात्रा और बढ़ती भीड़ के कारण स्थिति अनियंत्रित हो गई। किसानों में ‘पहले मैं, पहले मैं’ की होड़ लग गई, जिसके चलते धक्का-मुक्की शुरू हुई और देखते ही देखते भगदड़ मच गई। इस हादसे में कई किसानों को मामूली चोटें आईं, जबकि कुछ को गंभीर चोटों के कारण स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। एक बुजुर्ग किसान ने बताया, “हम कई दिनों से खाद के लिए चक्कर काट रहे हैं। आज लाइन में लगे थे, लेकिन अचानक धक्का-मुक्की में पैर में चोट लग गई।”
किसानों का आरोप है कि खाद की कालाबाजारी और अपर्याप्त आपूर्ति के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई। एक किसान, रामप्रसाद यादव ने कहा, “खाद के लिए हर बार हमें लंबी लाइन में खड़ा होना पड़ता है। दुकानदार और स्थानीय प्रशासन इस समस्या का कोई स्थायी समाधान करने में असमर्थ नज़र आ रहे है ।” वहीं, कुछ किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि स्थानीय दुकानदार निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत वसूल रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और खराब हो रही है।
स्थानीय प्रशासन ने घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। प्रखंड कृषि पदाधिकारी शशांक नवल ने कहा, “हमने खाद की आपूर्ति बढ़ाने के लिए बिस्कोमान और अन्य विक्रेताओं से मांग की है। जल्द ही स्थिति सामान्य होगी।” हालांकि, किसानों का कहना है कि प्रशासन के ये आश्वासन हर बार की तरह खोखले साबित हो रहे हैं।
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