पुलिस वैरिफिकेशन कराने वालों के लिए बड़ा झटका है। दरअसल वेरिफिकेशन इसलिए कराया जाता है ताकि किसी भी व्यक्ति का अपराधिक इतिहास पता चल सके और उसके मन में डर रहे कि उसका पूरा रिकार्ड पुलिस के पास है, लेकिन ये गिरोह तो ऐसा है जो नकली पुलिस वाले बनकर असली मुहर बनाकर पुलिस वेरिफिकेशन कर देते थे। इस गिरोह का थाना एक्सप्रेसवे पुलिस ने खुलासा किया हैं। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि इस गिरोह ने पुलिस अधीक्षक, थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी के साथ साथ कई अन्य पुलिस के अफसरों के पद की मुहर बनवा रखी थी। यदि कोई व्यक्ति टीम से पुलिस वैरिफिकेशन करने के लिए कहता था तो ये कई हजार ले कर दो 3 दिन में उसे वेरिफिकेशन का प्रमाणपत्र दे देते थे। उस पर मुहर भी लगाते थे। अब पुलिस पूछ्ताछ कर रही है इन्होंने कितने लोगों का फर्जी तरीके से पुलिस वेरिफिकेशन किया है। पुलिस को इस गिरोह की काफी दिनों से शिकायते मिल रही थी। जिसके बाद इनको पकड़ने के लिए पुलिस ने जाल बिछा दिया।