ब्लास्ट के एक हफ्ते बाद भी नहीं सुधरी व्यवस्था, फिर शुरू हुई अवैध पार्किंग

Old Lajpat Rai Market/Red Fort News: दिल्ली के लाल किले पर 10 नवंबर सोमवार को हुए विस्फोट को आज ठीक एक हफ्ता पूरा हो गया। इस घटना के बाद से पूरे इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, लेकिन अब स्थिति फिर पहले जैसी होने लगी है।

सोमवार को लाल किले के ठीक सामने स्थित ऐतिहासिक ओल्ड लाजपत राय मार्केट एक हफ्ते बाद पहली बार खुला। दुकानदारों ने राहत की सांस ली और अपनी-अपनी दुकानें दोबारा शुरू कीं। ब्लास्ट वाली नेताजी सुभाष मार्ग को शनिवार से ही आम वाहनों के लिए खोल दिया गया था।

हालांकि व्यापारियों का कहना है कि उनकी सबसे बड़ी समस्या आज भी बरकरार है — अतिक्रमण और अवैध पार्किंग। लाजपत राय मार्केट के कई दुकानदारों ने बताया कि ब्लास्ट के बाद कुछ दिन तो पुलिस और नगर निगम की सख्ती दिखी, लेकिन अब फिर वही पुरानी स्थिति लौट आई है।

स्थानीय रिपोर्टरों के मुताबिक, जिस स्थान पर ब्लास्ट हुआ था, वहां अभी अवैध पार्किंग नहीं है और वहां पुलिस की निगरानी बनी हुई है। लेकिन महज कुछ मीटर दूर, जैन लाल मंदिर के ठीक सामने फिर से अवैध पार्किंग शुरू हो गई है। दोपहर तक वहां दर्जनों गाड़ियां खड़ी नजर आईं, जिनमें कई बाहरी राज्यों की भी नजर आयेंगी।

व्यापारी असोसिएशन के एक पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया,
“ब्लास्ट के बाद लगा था कि अब कम से कम कुछ महीनों तक तो सख्ती रहेगी। पुलिस और एमसीडी वाले रोज गश्त कर रहे थे, लेकिन अब फिर वही पार्किंग माफिया सक्रिय हो गए हैं। इससे न सिर्फ ट्रैफिक जाम होता है, बल्कि सुरक्षा का खतरा भी बना रहता है।”

गौरतलब है कि लाल किले और आसपास का इलाका हमेशा से ही हाई-सिक्योरिटी जोन में आता है। 10 नवंबर के ब्लास्ट के बाद केंद्रीय एजेंसियों ने भी जांच तेज की थी और स्थानीय प्रशासन को सख्त निर्देश दिए गए थे कि किसी भी तरह का अतिक्रमण या अवैध पार्किंग बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

लेकिन एक हफ्ते बीतते ही फिर से पुरानी लापरवाही दिखने लगी है। सोमवार को लाल किले की क्रॉसिंग पर दोपहर तक भारी भीड़ और जाम जैसी स्थिति बन गई। फुटपाथ पर भी कई ठेले-खोमचे लगे नजर आयेंगे।

स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने दिल्ली पुलिस और एमसीडी से मांग की है कि ब्लास्ट की गंभीरता को देखते हुए इस इलाके में स्थायी रूप से अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाए और अवैध पार्किंग पर सख्त कार्रवाई की जाए।

फिलहाल पुलिस का कहना है कि गश्त बढ़ा दी गई है और जल्द ही फिर से सख्ती की जाएगी, लेकिन जमीनी हकीकत अभी कुछ और ही बयान कर रही है।

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