7 साल बाद भी छात्र की मौत के कारण पता नही लगा पाई CBI, लगाई क्लोजर रिपोर्ट

मणिपुर के रहने वाले छात्र प्रवीश चनम की मौत के मामले में CBI ने 7 साल बाद दूसरी बार क्लोजर रिपोर्ट गाजियाबाद स्थित स्पेशल कोर्ट में दाखिल कर दी है। सीबीआई इस पूरे मामले में खाली हाथ रही। परिजन शुरुआत से हत्या का संदेह जताते रहे, लेकिन 7 साल की जांच में नोएड पुलिस या सीबीआई को ऐसा कुछ नहीं मिला। ऐसे में प्रवीश चनम की मौत एक बार फिर से रहस्य बनकर रह गई है।
मालूम हो कि मणिपुर इंफाल निवासी 22 वर्षीय प्रवीश चनम 7 सितंबर 2017 को दिल्ली के सफदरजंग एन्क्लेव में दोस्तों के पास आया था। अगले दिन 8 सितंबर को वो दोस्तों संग ग्रेटर नोएडा के एक्सपो मार्ट में आया, जहां रात में म्यूजिकल कॉन्सर्ट चल रहा था। यहां से वो लापता हो गया। कार्यक्रम खत्म होने के बाद वो एक्सपोर्ट मार्ट के बाहर बेहोश पड़ा मिला। स्थानीय लोगों ने उसे तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया, यहां से वो लापता हो गया।

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9 सितंबर 2017 को प्रवीश चनम की लाश नोएडा में निठारी कार मार्केट के पास मुर्गा मंडी में सड़क पर पड़ी मिली। पहचान नहीं होने पर पुलिस ने लावारिस शव में उसका अंतिम संस्कार कर दिया था।
14 सितंबर 2017 को जब परिजन ढूढते हुए नोएडा पहुंचे, तब उन्होंने शव की पहचान प्रवीश चनम के रूप में की। नोएडा के सेक्टर-20 थाने में इस बाबत हत्या का मामला दर्ज हुआ था।

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इस मामले में मणिपुर के तत्कालीन मुख्यमंत्री एन बीरेन ने 15 दिसंबर 2017 को यूपी सीएम को पत्र लिखकर इस केस की सीबीआई जांच की मांग की थी। योगी आदित्यनाथ ने 29 जनवरी 2018 को केंद्र सरकार को पत्र लिखकर सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी। 5 जुलाई 2019 को सीबीआई ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की और दिसंबर 2020 में क्लोजर रिपोर्ट लगा दी। अक्तूबर-2021 में गाजियाबाद की सीबीआई कोर्ट ने ये क्लोजर रिपोर्ट खारिज कर दी और पुनरू जांच का आदेश दिया था। 2 मई 2023 को ब्ठप् ने दोबारा क्लोजर रिपोर्ट गाजियाबाद की स्पेशल कोर्ट में दाखिल कर दी है।

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अनसुलझे सवाल
नोएडा एक्सपो मार्ट के अंदर से बाहर तक प्रवीश चनम कैसे आया और कैसे बेहोश पड़ा मिला?
जिला अस्पताल से वो कैसे लापता हो गया और फिर कैसे मुर्गा मंडी पहुंचा, जहां लाश पड़ी मिली।
पुलिस 3 दिन में शव की पहचान क्यों नहीं कर पाई? जबकि उसी जिले के पड़ोसी थाने से वो छात्र लापता था।
पुलिस ने प्रवीश के नशे में किसी वाहन से टकरा जाने की कहानी बनाई। तो फिर वो वाहन आज तक क्यों नहीं पकड़ा?

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