Noida Metro News: दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन पर स्थित सेक्टर 52 मेट्रो स्टेशन पर एस्केलेटर के खराब होने से यात्रियों को रोजाना भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्टेशन पर आने-जाने वाले हजारों यात्री, खासकर बुजुर्ग, महिलाएं और सामान लेकर यात्रा करने वाले लोग इस समस्या से सबसे अधिक प्रभावित हैं। हाल ही में 2 अक्टूबर को खुले सेक्टर 51-52 स्काईवॉक में भी एस्केलेटर और ट्रैवलेटर्स का इस्तेमाल हो रहा है, लेकिन स्टेशन के मुख्य एस्केलेटर की खराबी ने स्थिति को और बदतर बना दिया है।
यात्रियों की शिकायत है कि एस्केलेटर कई दिनों से बंद पड़ा है, जिससे उन्हें सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। एक यात्री ने बताया, “रोजाना ऑफिस जाने के लिए मेट्रो का इस्तेमाल करता हूं, लेकिन एस्केलेटर बंद होने से समय लगता है और थकान होती है। खासकर पीक आवर्स में भीड़ बढ़ जाती है।” स्टेशन पर बुजुर्ग और विकलांग यात्रियों के लिए यह समस्या और भी गंभीर है, क्योंकि लिफ्ट की सुविधा हमेशा उपलब्ध नहीं रहती।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) के अधिकारियों से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि एस्केलेटर में तकनीकी खराबी आई है और मरम्मत का काम जल्द पूरा किया जाएगा। हालांकि, यह समस्या पहले भी कई बार सामने आ चुकी है। 2023 में भी सेक्टर 52 स्टेशन पर एस्केलेटर ब्रेकडाउन की शिकायतें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। हाल के महीनों में एक्वा लाइन पर सिग्नल स्नैग जैसी अन्य तकनीकी समस्याएं भी देखी गई हैं, जिससे मेट्रो की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं।
स्काईवॉक, जो सेक्टर 51 (एक्वा लाइन) और सेक्टर 52 (ब्लू लाइन) को जोड़ता है, 420 मीटर लंबा है और इसमें एयर कंडीशनिंग, एस्केलेटर तथा ट्रैवलेटर्स की सुविधा है। इसकी लागत लगभग 40 करोड़ रुपये है और इसे यात्रियों की सुविधा के लिए बनाया गया था। लेकिन स्टेशन के एस्केलेटर की समस्या से इसका पूरा फायदा नहीं मिल पा रहा।
यात्रियों ने DMRC से मांग की है कि एस्केलेटर को जल्द ठीक किया जाए और रखरखाव पर ध्यान दिया जाए। अगर समस्या बनी रही तो यह नोएडा के मेट्रो नेटवर्क की छवि को प्रभावित कर सकती है, जहां औसतन रोजाना हजारों लोग सफर करते हैं। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि मरम्मत जल्द पूरी होगी और यात्रियों से असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया है।
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