Jeffrey Epstein/Washington News: अमेरिकी कांग्रेस ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए जेफरी एपस्टीन से जुड़ी संघीय जांच फाइलों को सार्वजनिक करने के लिए दबाव बनाने वाले विधेयक को अभूतपूर्व समर्थन दिया है। मंगलवार को हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स ने 427-1 के भारी बहुमत से ‘एपस्टीन फाइल्स ट्रांसपेरेंसी एक्ट’ को पास किया, और उसी शाम सीनेट ने सर्वसम्मति से इसे मंजूरी दे दी।
अब यह बिल राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के डेस्क पर पहुंच चुका है, जहां वे इसे जल्द ही हस्ताक्षरित करने के लिए तैयार हैं।
यह विधेयक जस्टिस डिपार्टमेंट को निर्देश देता है कि वह एपस्टीन और उनकी सहयोगी घिस्लेन मैक्सवेल से जुड़े सभी असंगठित (अनक्लासिफाइड) दस्तावेजों, संचारों, जांच सामग्रियों और अन्य रिकॉर्ड्स को 30 दिनों के अंदर सार्वजनिक करे।
इसमें एपस्टीन की आपराधिक गतिविधियों, सिविल सेटलमेंट्स, इम्यूनिटी डील्स, प्लिया एग्रीमेंट्स और जांच कार्यवाहियों से जुड़े सरकारी अधिकारियों या अन्य व्यक्तियों के नाम भी शामिल हो सकते हैं। हालांकि, पीड़ितों के नाम, पहचान संबंधी जानकारी और बाल यौन शोषण से जुड़ी कोई भी सामग्री को गोपनीय रखा जाएगा।
सीनेट माइनॉरिटी लीडर चक शुमर ने मंगलवार शाम 5:18 बजे सीनेट फ्लोर पर आकर इस बिल को तुरंत पास करने की मांग की, और किसी ने भी आपत्ति नहीं जताई। शुमर ने कहा, “यह अमेरिकी जनता को लंबे समय से मांगी गई पारदर्शिता प्रदान करने का समय है। जेफरी एपस्टीन के पीड़ितों ने पर्याप्त इंतजार किया है। सच्चाई सामने आनी चाहिए।” सीनेट मेजॉरिटी लीडर जॉन थ्यून ने भी कहा कि हाउस का 427-1 का वोट और राष्ट्रपति ट्रंप का समर्थन देखते हुए इसमें संशोधन की कोई गुंजाइश नहीं दिख रही है।
यह कदम एपस्टीन मामले में लंबे समय से चली आ रही गोपनीयता पर एक बड़ा प्रहार है। एपस्टीन, जो 2019 में जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए थे, पर नाबालिगों के यौन शोषण और ट्रैफिकिंग के गंभीर आरोप थे। उनकी मौत के बाद भी फाइलों में उच्च पदस्थ लोगों के नाम सामने आने की अटकलें लगती रहीं है। जुलाई 2025 में जस्टिस डिपार्टमेंट ने एक स्टेटमेंट जारी कर कहा था कि फाइलों की समीक्षा में किसी भी अनचार्ज्ड व्यक्ति के खिलाफ जांच का आधार नहीं मिला, लेकिन बिल के तहत अब नई जांच भी संभव हो सकती है।
रिपब्लिकन पक्ष में कुछ असंतोष भी दिखा। हाउस स्पीकर माइक जॉनसन ने सीनेट के फैसले पर गहरी निराशा जताई और कहा कि बिल में पीड़ितों की बेहतर सुरक्षा के लिए संशोधन जरूरी थे। जॉनसन ने थ्यून से बातचीत का जिक्र करते हुए कहा, “यह न्याय व्यवस्था को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है।”
हालांकि, ट्रंप ने सोमवार को स्पष्ट कहा था, “मैं इसके पूरी तरह पक्ष में हूं,” और व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि बिल हस्ताक्षरित हो जाएगा। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में भी कहा कि वे चाहते हैं कि रिपब्लिकन अपनी अन्य उपलब्धियों पर फोकस रखें, लेकिन बिल पर कोई आपत्ति नहीं जताई।
मंगलवार को कैपिटल हिल पर आयोजित एक विगिल में हाउस डेमोक्रेट्स और एपस्टीन पीड़ितों ने सीनेट के फैसले पर जोरदार तालियां बजाईं और गले मिले। न्यू मैक्सिको की डेमोक्रेट कांग्रेसेनल वुमन टेरेसा लेगर फर्नांडेज ने घोषणा करते ही कई पीड़ित भावुक हो उठे। बिल के समर्थक, जैसे रिपब्लिकन थॉमस मैसी, डेमोक्रेट रो खन्ना और रिपब्लिकन मार्जोरी टेलर ग्रीन, ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह पारदर्शिता की जीत है।
जस्टिस डिपार्टमेंट की अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने शुक्रवार को ट्रंप के आदेश पर एपस्टीन फाइलों की नई जांच शुरू करने की घोषणा की थी, जिसमें उच्च प्रोफाइल डेमोक्रेट्स के कथित संबंधों पर फोकस था। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि चल रही जांच या एक्जीक्यूटिव प्रिविलेज के दावों के कारण सभी फाइलें पूरी तरह जारी नहीं हो पाएंगी। एक न्यूज चैनल को जस्टिस डिपार्टमेंट से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
यह बिल द्विदलीय एकता का प्रतीक बन गया है, जो ट्रंप प्रशासन के शुरुआती विरोध के बावजूद पास हुआ। सोशल मीडिया पर एक्स (पूर्व ट्विटर) पर यूजर्स ने इसे ‘पारदर्शिता की बड़ी जीत’ बताया, हालांकि कुछ ने रेडैक्शन (कटौती) की आशंका जताई। अब सभी की नजरें ट्रंप के हस्ताक्षर और फाइलों के खुलासे पर हैं, जो अमेरिकी राजनीति में नई बहसें छेड़ सकता है।
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