Ranchi में ED की बड़ी कार्रवाई, मंत्री के घर से 25 करोड़ कैश बरामद
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Ranchi में ED की बड़ी कार्रवाई, मंत्री के घर से 25 करोड़ कैश बरामद

ED Raid in Jharkhand: लोकसभा चुनाव के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई जारी है. सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने सोमवरा (6 मई 2024) को झारखंड के रांची में बड़ी कार्रवाई करते हुए मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर करीब 6 स्थानों पर रेड की. सूत्रों के मुताबिक, ED की ये कार्रवाई निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम और उनके करीबियों के ठिकानों पर की जा रही है.

ED Raid in Jharkhand:

इस दौरान टीम को 25 करोड़ रुपये नकद मिले हैं। ये रुपये संजीव कुमार लाल के नौकर के घर मे रखे गए थे। इस सिलसिले में ईडी की पूछताछ जारी है और रुपयों के स्रोत पर जानकारी ली जा रही है। संजीव कुमार लाल के नौकर जहांगीर आलम यहीं रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र के हरमू में रहते हैं और रुपये भी यहीं से मिले हैं। कुल छह ठिकानों पर छापामारी चल रही है।

पुदांग के सेल सिटी भी पहुंची ईडी की टीम
इसके अलावा, पुंदाग के सेल सिटी में भी ईडी की टीम (ED Raid) पहुंची हुई है। वहां पथ निर्माण विभाग से जुड़े इंजीनियर के यहां छापमारी चल रही है। प्रारंभिक सूचना है कि 23 फरवरी, 2023 को गिरफ्तार ग्रामीण कार्य विभाग के तत्‍कालीन मुख्‍य अभियंता वीरेंद्र राम (Virendra Ram) से जुड़े मामले में यह छापमारी चल रही है। वीरेंद्र राम के पास सवा सौ करोड़ की संपत्ति का ईडी ने खुलासा किया था।

 

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ईडी पूछताछ में क्या बताया था?
दरअसल, वीरेंद्र राम ने खुद ईडी के सामने यह बात कबूल की थी कि उसने आईटीआर में सारी जानकारी गलत दी थी. उसके खाते में साल 2014-15 व 2018-19 के दौरान 9.30 करोड़ व दिसंबर 22 से जनवरी 2023 के बीच 4.50 करोड़ रुपये उसके जीवन भर की कमाई से कहीं अधिक है. ईडी ने जांच में पाया है कि साल 2019 के बाद वीरेंद्र राम व उसके चचेरे भाई आलोक रंजन एक साथ कई बार दिल्ली गए. साथ ही हर बार मोटी रकम वे साथ ले जाते थे और ये रकम सीए मुकेश मित्तल को हैंडओवर किया जाता था.

ईडी पहले ही अटैच कर चुकी है वीरेंद्र राम की करोड़ों की संपत्ति
निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम ने झारखंड के ग्रामीण इलाकों में सड़क निर्माण व अन्य टेंडर जारी करने के बदले .3 परसेंट से लेकर 1 परसेंट तक कमिशन लेने की बात कबूल की थी. ईडी ने बाद में वीरेंद्र राम की करोड़ो रुपये की चल-अंचल संपत्ति भी अटैच की थी. ईडी को शक है कि पिछले साल झारखंड के ग्रामीण इलाकों की सड़क के निर्माण के लिए 10 हजार करोड़ रुपये के भी टेंडर अलॉट किए गए, जिनमें मोटा कमीशन लिया गया. ED को शक है कि निलंबन के बावजूद वीरेंद्र राम अब भी टेंडर रैकेट से जुड़े थे.

निशिकांत दुबे ने कसा तंज
झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से सांसद निशिकांत दुबे ने इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस पर तंज कसा है. उन्होंने एक्स पर लिखा, “30 करोड़ रुपये से अधिक और काउंटिंग जारी… आज ED की कार्रवाई में कांग्रेस विधायक दल के नेता व झारखंड सरकार के भ्रष्टाचार शिरोमणि हेमंत सरकार के मंत्री आलमगीर आलम के पर्सनल सेक्रेट्री संजीव लाल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई… संजीव लाल के आवास पर ईडी को मिला 30 करोड़ से अधिक कैश. प्रदीप यादव के पार्टी की कहानी…”

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