यूपी के मिर्जापुर में पकड़े गए सोने के तस्करी के तार कानपुर के सर्राफा कारोबारी संजीव अग्रवाल से जुड़ गए हैं। डीआरआई की टीम ने कारोबारी के घर, Office और होटल में छापा मारकर 12 घंटे पड़ताल की। सूत्रों के अनुसार सर्राफा कारोबारी ने कई सो करोड़ का सोना तस्करी किया था। डीआरआई को अहम सुराग मिले हैं। इसके आधार पर डीआरआई टीम कारोबारी और उनके दो कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया है। टीम उनको लखनऊ पूछताछ के लिए ले गई है।
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ब्ताया जा रहा है कि सर्राफा कारोबारी सिविल लाइंस निवासी संजीव अग्रवाल के तार सोना तस्करी से जुड़ने के सबूत डीआरआई को मिले हैं। 12 घंटे से ज्यादा तक चली छापेमारी में 50 करोड़ से ज्यादा सोने की तस्करी का खुलासा हुआ है। वहीं कारोबारी के पास से करीब 1 करोड़ रुपए का सोना और 64 लाख रुपए कैश बरामद हुआ है। अब, डीआरआई मामले में थ्प्त् दर्ज करने की तैयारी कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक कारोबारी के यहां छापे से पहले फतेहपुर रेलवे स्टेशन के पास से एक व्यक्ति को दबोचा गया था। उसके पास से तस्करी कर लाया गया करोड़ों का सोना भी मिला था। पूछताछ के दौरान उसने कई राज उगले। इसके बाद टीम कारोबारी तक पहुंची।
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संजीव की नयागंज अन्नपूर्णा बिल्डिंग में गद्दी है। साथ ही उनके तीन होटल भी हैं। डीआरआई टीम ने मिर्जापुर में एक युवक को 2.400 किग्रा. सोने के साथ पकड़ा था। उसने पूछताछ में संजीव अग्रवाल का नाम लिया था। इसी के आधार पर डीआरआई टीम ने संजीव अग्रवाल के घर, गद्दी और होटल में एक साथ छापा मारा था।
टीम को कारोबारी के घर और गद्दी से करोड़ों के लेनदेन के बिल मिले हैं। डीआरआई को ब्लैक मनी के भी कुछ सुराग मिले हैं। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं की गई है। टीम को सोने की तस्करी के अहम सबूत भी मिले है। जिसमें बड़े पैमाने में कर चोरी की जा रही है।