नोएडा प्राधिकरण में लगातार उल्टफेर हो रहा है। डीजीएम श्रीपाल भाटी के सस्पेंड होने के बाद चर्चाएं हो रही थी कि अब यह चार्ज किसी डीजीएम या जीएम को ही मिलेगा लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिला। मुख्य कार्यपालक अधिकारी लोकेश एम ने डीजीएम का चार्ज वर्क सर्किल प्रभारी विजय रावल को सौंपा है। इसके पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। सबसे बड़ा कारण है विजय रावल के काम करने के तरीके का। वैसे तो सीनियर मैनेजर प्राधिकरण में कई है लेकिन जिस तरह से विजय रावल काम करते हैं उनकी कार्यशैली से ज्यादातर सीईओ प्रभावित हो जाते हैं। अपने काम को ईमानदारी और कर्मठता से करने के लिए विजय रावल जाने जाते हैं। बता दें कि श्रीपाल भाटी के सस्पेंड होने के बाद चर्चा होने लगी थी कि यह चार्ज पीके कौशिक या एसपी सिंह को दिया जाएगा। क्योंकि एसपी सिंह डीजीएम पद के अधिकारी हैं जबकि पीके कौशिक जीएम पद के अधिकारी हैं लेकिन दोनों को ही किनारे कर दिया गया। अब प्राधिकरण में यह मामला चर्चाओं का विषय बना है। फिलहाल पीके कौशिक उद्यान विभाग देख रहे हैं जबकि एसपी सिंह को स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ टीएसी का चार्ज भी मिला हुआ है।
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विजय रावल ये प्राधिकरण को पहुंचा फायदा
विजय रावल नोएडा प्राधिकरण में 2009 में मैनेजर के तौर पर प्राधिकरण में पोस्ट हुए। उनका प्रमोशन 2018 में सीनियर मैनेजर के तौर पर हुआ था। इसके बाद विजय रावल को जन स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी के साथ-साथ वर्क सर्कल दो प्रभारी, खेल समिति, स्पोट्स नोएडा की भी जिम्मेदारी दी गई। नोएडा को स्वच्छता अभियान में 150 से 11वें स्थान पर पहुंचने में विजय रावल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विजय रावल की तत्परता के चलते ही प्राधिकरण में किसानों से तीन केस जीते जिसमें करीब 1200 करोड रुपए प्राधिकरण ने बचा लिये।