What is Tariff War: टैरिफ वॉर एक ऐसा शब्द है जो पीछले लगभग चार महीने से खबरों में बना है। ऐसे ये जान लेना ज्रूरी है कि टैरिफ वॉर क्या है कैसे अमेरिका इसे भारत के खिालफ हथियार की तरह यूज कर रहे है। बता दें कि टैरिफ वॉर एक व्यापारिक स्थिति है जिसमें दो या दो से अधिक देश एक-दूसरे की वस्तुओं पर उच्च आयात शुल्क (टैरिफ) लगाते हैं। यह अक्सर एक देश द्वारा टैरिफ बढ़ाने से शुरू होता है और दूसरा देश जवाबी कार्रवाई में अपने टैरिफ बढ़ा देता है, जिससे एक तरह का व्यापार युद्ध शुरू हो जाता है। अमेरिका बार-बार भारत पर टैरिफ क्यों लग रहा है? अमेरिका द्वारा भारत पर टैरिफ लगाने के कई कारण हैं, खासकर डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से
अमेरिका द्वारा भारत पर टैरिफ लगाने के कई कारण हैं, खासकर डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से:
- व्यापार घाटा कम करना: ट्रंप का मानना है कि अमेरिका और भारत के बीच व्यापार में असंतुलन है, जिसमें अमेरिका को भारत की तुलना में अधिक घाटा होता है। टैरिफ लगाकर वे इस घाटे को कम करना चाहते हैं।
- अमेरिकी उद्योगों को बढ़ावा: उनका लक्ष्य अमेरिकी उद्योगों और नौकरियों को विदेशी प्रतिस्पर्धा से बचाना है। टैरिफ लगाने से आयातित सामान महंगा हो जाता है, जिससे अमेरिकी ग्राहक देश में बने उत्पादों को खरीदने के लिए प्रोत्साहित होते हैं।
- भू-राजनीतिक दबाव: कुछ मामलों में, टैरिफ का इस्तेमाल भू-राजनीतिक दबाव बनाने के लिए किया जाता है। हाल ही में, अमरीका ने भारत पर रूसी तेल खरीदने के कारण अतिरिक्त टैरिफ लगाया है। यह अमरीका की “अधिकतम दबाव रणनीति” का हिस्सा माना जाता है, जिसका उद्देश्य भारत को अपने भू-राजनीतिक रुख में बदलाव लाने के लिए मजबूर करना है।
- पारस्परिक व्यापार नीति: ट्रंप की “पारस्परिक” व्यापार नीति का मतलब है कि अगर कोई देश अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ लगाता है, तो अमरीका भी जवाबी कार्रवाई में उसी स्तर का टैरिफ उस देश के उत्पादों पर लगाएगा।
ट्रंप की क्या है प्लानिंग?
डोनाल्ड ट्रंप की भारत के साथ व्यापार को लेकर मुख्य योजनाएं और नीतियां इस प्रकार हैं:
- बड़ा टैरिफ लगाना: उनका मानना है कि भारत एक “टैरिफ किंग” है जो अमेरिकी उत्पादों पर बहुत अधिक शुल्क लगाता है। उनकी योजना है कि वे भारत पर और अधिक, यहाँ तक कि 25% तक का “पारस्परिक टैरिफ” लगाएंगे, और कुछ मामलों में यह 50% तक भी हो सकता है, जैसा कि हाल ही में रूसी तेल आयात के कारण हुआ है।
- व्यापार वार्ता पर दबाव: टैरिफ को वे एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करते हैं ताकि भारत को कृषि, डेयरी और अन्य उत्पादों पर रियायतें देने के लिए मजबूर किया जा सके। वे चाहते हैं कि भारत उनके साथ एक नई व्यापार संधि करे जो उनके लिए अधिक अनुकूल हो।
- चीन के खिलाफ रणनीति: ट्रंप की टैरिफ नीति का एक हिस्सा चीन के खिलाफ भी है। वे भारत और अन्य देशों से चीन पर निर्भरता कम करने के लिए कह रहे हैं और अपने देश के साथ व्यापार बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं।
- “अमेरिका फर्स्ट” की नीति: उनकी पूरी व्यापार नीति “अमेरिका फर्स्ट” के सिद्धांत पर आधारित है, जिसका मतलब है कि वे किसी भी व्यापार सौदे में अमेरिकी हितों को सबसे ऊपर रखेंगे, भले ही इससे अन्य देशों के साथ संबंधों में तनाव आए।

