DM Noida Medha Rupm News In Hindi: मेधा रूपम गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) की पहली महिला जिलाधिकारी (DM) बनीं हैं। उन्हें 29 जुलाई, 2025 को इस पद पर नियुक्त किया गया है। मेधा रूपम ने चार्ज संभाल लिया है। उनके सामने कई चुनौतियां भी है। किसानों के अलावा डूब क्षेत्र में अवैध निर्माण पर काबू पाना डीएम के लिए हमेशा चैलेंज रहा है।
चलिए बताते है कि कौन है मेधा रूपम, उनके बारे में विस्तृत जानकारी इस प्रकार है।
व्यक्तिगत जीवन और शिक्षा
मेधा रूपम का जन्म आगरा में हुआ था। उनकी शुरुआती शिक्षा केरल में हुई। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। उनके पिता ज्ञानेश कुमार 1988 बैच के रिटायर्ड आईएएस अधिकारी और वर्तमान में भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त हैं। उनके पति मनीष बंसल भी 2014 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में सहारनपुर के डीएम हैं।
करियर और उपलब्धियांः मेधा रूपम 2014 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने 2013 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर 10वीं रैंक हासिल की थी, जिसमें उनका वैकल्पिक विषय मनोविज्ञान था। वह एक राष्ट्रीय स्तर की राइफल शूटर भी रही हैं और उन्होंने केरल राज्य शूटिंग चैंपियनशिप में तीन स्वर्ण पदक जीते हैं। उन्होंने अपने आईएएस करियर की शुरुआत बरेली में सहायक मजिस्ट्रेट के रूप में की थी। उन्होंने उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों जैसे मेरठ, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, हापुड़ और कासगंज में महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर काम किया है। हापुड़ में डीएम रहते हुए उन्होंने टीकाकरण और आयुष्मान भारत अभियानों पर विशेष ध्यान दिया था। कासगंज में डीएम के रूप में, उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव प्रयासों की निगरानी के लिए ट्रैक्टर चलाया था, जिससे उन्हें काफी सुर्खियां मिलीं।नोएडा में नियुक्त होने से पहले, वह फरवरी 2023 से जून 2024 तक ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CDO) के रूप में कार्य कर चुकी हैं।
सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट आगे बढाना प्राथमिकता
इस दौरान उन्होंने प्रमुख बुनियादी ढांचे और नियोजन परियोजनाओं को संभाला था, जिनमें जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और इंटरनेशनल फिल्म सिटी परियोजना शामिल हैं, जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट हैं। उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद अधिकारियों में से एक माना जाता है और उनके कार्यकाल में जिले के विकास और औद्योगिक परियोजनाओं को नई गति मिलने की उम्मीद है। डीएम के रूप में कार्यभार संभालने के बाद, उन्होंने जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर चल रहे कार्यों में तेजी लाने को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बताया है। उन्होंने कहा है कि उनके दरवाजे जनता के लिए हमेशा खुले रहेंगे और वह सीधे नागरिकों की शिकायतों को सुनेंगी और उनका समय पर और प्रभावी ढंग से समाधान सुनिश्चित करेंगी।
नोएडा को मिली पहली महिला डीएम, जानिए कौन है मेधा रूपम

