31 वर्षीय मीरा ने कहा, “मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है, खासकर पेशेवर अनुशासन के बारे में। वे सुबह सूर्योदय से पहले उठ जाते हैं, अपना दिन प्लान करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि वे बच्चों के साथ समय बिताने के लिए घर लौट आएं। भले ही वे यात्रा पर हों, वे रोजाना बच्चों से बात करते हैं और परिवार से जुड़े रहते हैं। अगर वे दिल्ली जाते हैं, तो मेरे माता-पिता और परिवार से मिलना जरूर बनाते हैं।”
मीरा ने शाहिद के सुनने की कला की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “कभी-कभी आप बस घर आकर अपने दिन के बारे में बात करना चाहते हैं। आप वेंट करना चाहते हैं। आपको ऐसी जगह चाहिए जहां कोई आपको जज न करे, लेकिन वह खाली दीवार भी न हो। वे जानते हैं कि जब आप कमजोर महसूस कर रहे होते हैं। यही वह जगह है जहां आप रहना चाहते हैं—जहां कोई कहे, ‘हां, मैं समझता हूं, लेकिन…’ यही वह रियलिटी चेक है जो कभी-कभी जरूरी होता है। यह टैग-टीमिंग ही काम करती है।”
यह बातचीत तब हुई जब मीरा अपने बिजनेस जर्नी और शाहिद के प्रभाव के बारे में खुलकर बता रही थीं। अगस्त 2025 में लॉन्च हुए उनके जोड़िए ब्रांड ‘एथलीटिफ्रीक’ (एक लग्जरी लाइफस्टाइल ब्रांड जो फिटनेस और फैशन को जोड़ता है) के संदर्भ में भी मीरा ने शाहिद की डांस के प्रति पैशन, वर्क के प्रति अनुशासन और फिटनेस रूटीन की तारीफ की थी। मीडिया को दिए इंटरव्यू में मीरा ने कहा था, “शाहिद का डांस के प्रति जुनून और वर्क व फिटनेस के प्रति अनुशासन इस प्रोजेक्ट से जुड़ गया। वे मुझे मोटिवेट करते हैं।”
आधुनिक रिश्तों में स्थिरता ही सबसे बड़ा प्यार
मीरा की यह तारीफ सिर्फ एक एक्टर के जल्दी उठने की आदत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आधुनिक रिश्तों की गहराई को दर्शाती है। साइकोथेरेपिस्ट और लाइफ कोच डेल्ना राजेश ने कहा, “एक दुनिया में जहां हर कोई थका हुआ, ओवरस्टिमुलेटेड और स्ट्रेच्ड थिन है, सबसे बड़ा प्यार का इजहार स्थिरता है। फूल नहीं, बड़े इशारे नहीं, बल्कि रोजाना अपनी आदतों से दिखाना।”
डेल्ना के अनुसार, जब कोई पार्टनर सुबह जल्दी उठकर परिवार या साथी के लिए समय निकालता है, तो संदेश साफ है: “तुम मेरे लिए इतनी महत्वपूर्ण हो कि मैं अपनी जिंदगी को फिर से व्यवस्थित कर लूं। यह भावनात्मक उदारता का व्यावहारिक रूप है।” उन्होंने जोड़ा, “बिना जजमेंट के सुनना, सेफ स्पेस देना, रियलिटी चेक देना बिना तोड़-फोड़ के—ये स्किल्स ही भावनात्मक रूप से हेल्दी रिश्तों को ड्रेनिंग रिश्तों से अलग करती हैं। कई कपल्स को थेरेपी की जरूरत प्यार की कमी से नहीं, बल्कि भावनात्मक स्ट्रक्चर की कमी से होती है।”
भावनात्मक अनुशासन कैसे बनाएं? विशेषज्ञ के टिप्स
डेल्ना ने कुछ छोटे लेकिन प्रभावी तरीके सुझाए, जिनसे कपल्स इस तरह का भावनात्मक अनुशासन बना सकते हैं:
• रोजाना 10 मिनट का चेक-इन: रात को दोनों पार्टनर दिन कैसा लगा, यह शेयर करें—केवल घटनाओं के बारे में नहीं।
• वेंटिंग का टर्न: एक पार्टनर वेंट करे, दूसरा ग्राउंडेड और रिस्पॉन्सिव बने, रिएक्टिव न हो।
• भावनात्मक एंकर का रोटेशन: हमेशा एक ही व्यक्ति को स्ट्रॉन्ग बनने की उम्मीद न करें, टर्न लें।
• रीकनेक्ट के रिचुअल: सुबह उठने के बाद या सोने से पहले साथ बैठना।
• नॉन-नेगोशिएबल: दैनिक कम्युनिकेशन या वीकली फैमिली टाइम जैसा एक नियम जो दोनों को अलाइन रखे।
डेल्ना ने चेतावनी दी, “रिश्ते एक बड़ी लड़ाई से नहीं टूटते। वे उन दिनों से टूटते हैं जब एक पार्टनर अनसुना, अनदेखा या असपोर्टेड महसूस करता है। वे फलते-फूलते हैं जब दोनों पार्टनर जानबूझकर एक-दूसरे के लिए वहां रहने का रिदम बनाते हैं। क्योंकि प्यार की तीव्रता से नहीं, विश्वसनीयता से साबित होता है।”
शाहिद और मीरा की यह जोड़ी बॉलीवुड में फैमिली-ओरिएंटेड कपल्स का बेहतरीन उदाहरण है। 2015 में शादी के बाद से वे अपने दो बच्चों—मिशा (2016) और जैन (2018)—के साथ बैलेंस्ड लाइफ जी रहे हैं। मीरा खुद एक सफल एंटरप्रेन्योर हैं, जिन्होंने ‘अकिंड’ जैसे ब्रांड्स लॉन्च किए हैं।

