Jewar Airport , Yamuna Authority : जेवर एयरपोर्ट से प्रभावित किसानों की सहमति लेने के लिए जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने दिन रात एक कर 80 फीसदी किसानों को मना लिया है। हालांकि एक ही ऐसा गांव है जो भूमि अधिग्रहण का विरोध कर रहा है ऐसा तब हो रहा है जब किसानों के लिए मुआवजे की दर प्रति बीघा 10 लाख रूपये बढ़ा दी गई है। आज जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने प्रेस कान्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए प्रदेश के मुखिया दृढ़ संकल्पित हैं और मैं जेवर की खुशहाली और उन्नति में योगदान देने वाले जेवर क्षेत्र के किसान भाइयों का आभार व्यक्त करता हूं। आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित रखना मेरा फर्ज और कर्तव्य है। दुनिया के नक्शे पर जेवर ने अमिट छाप छोड़ी है।
ऐसे हुआ बदलाव
जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने प्रेस वार्ता में कहा कि ’एक जमाना था, जब जेवर विधानसभा इस जनपद की एक ऐसी विधानसभा थी, जहां पहुंचने के लिए दूसरे प्रांतों और जनपदों का सहारा लेना पड़ता था, लेकिन सन् 2017 के बाद प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की सरकार का गठन हुआ और जेवर का भूगोल तथा इतिहास बदलाव की ओर अग्रसर हुआ।
जेवर में बनने वाले नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के द्वितीय चरण की भूमि अधिग्रहण को लेकर विगत कई माह से प्रभावित किसानों के मन में मुआवजा, विस्थापन स्थल व अन्य सुविधाओं को लेकर कुछ शंकाएं उत्पन्न हो रही थी, जिससे बहुतायत में किसान नाराज थे और अपनी जमीनों की सहमति देने से इंकार कर रहे थे,
जमीन देने के लिए ऐसे सहमत हुए किसान
दरसल दिनांक 12 अक्टूबर को जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में लगभग 200 से अधिक किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री के 5 कालिदास मार्ग स्थित उनके आवास पर मिला तथा लगभग 2 घंटे किसानों की इस वार्ता में किसानों के विस्थापन स्थल व उचित मुआवजा तथा अन्य सुविधाओं को लेकर मुख्यमंत्री येागी ने प्रभावित किसानों को आश्वस्त किया था। तब जाकर किसान सहमत हुए और द्वितीय चरण के भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रारंभ हुई। सहमति दिलवाए जाने के लिए जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने भी कई ग्रामों का दौरा किया और प्रभावित किसानों के बीच पहुंचे तथा किसानों से बातचीत की और प्रदेश और देश के विकास में अपना सहयोग दिए जाने के लिए किसानों को मनाया।
सवालों से भागे नही स्पष्टता से दिये जवाब
जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने प्रेस वार्ता में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए आगे कहा कि पूरे देश में एक अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाए जाने की आवश्यकता को महसूस किया गया और यह एयरपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन की वजह से जेवर के हिस्से में आया। मैं धन्यवाद करना चाहता हूं प्रथम चरण के उन किसान भाइयों का, जिन्होंने अपने आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को स्वर्णिम बनाने के लिए, अपनी जमीनों की सहमति देकर एयरपोर्ट के मार्ग को प्रशस्त किया। यह वही जेवर क्षेत्र है, जहां 02 इंच जमीन के लिए गोलियां चलती थी। आज वह जेवर क्षेत्र विकास के पथ पर अग्रसर हो चला है और पूरी दुनिया में आज जेवर की चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि जमीन जबरजस्ती लेने का सवाल ही पैदा नही होता। आज सोशल मीडिया का जमाना है यदि ऐसा हो तो काफी वीडियो वायरल हो जाते। एक सवाल के जवाब में कहा कि यह जेवर और भी आगे जाए तथा देश और दुनिया का एक अतिविकसित क्षेत्र बनकर उभरे, इसी को देखते हुए यहां एमआरओ और द्वितीय चरण के एयरपोर्ट को बनाए जाने के लिए किसानों की वार्ता मुख्यमंत्री से विगत दिनों में हुई, जिसमें अभूतपूर्व मुआवजा वृद्धि के साथ-साथ परिवार के सदस्य के तौर पर मुख्यमंत्री ने किसानों की आवभगत की और जेवर क्षेत्र की तरक्की का मार्ग भी प्रशस्त हुआ।
कुछ राजनैतिक लोग किसानों को कर रहे गुमराह
यमुना प्राधिकरण के बाहर धरना दे रहे किसनों की जो मांगे है उन पर दोबारा विचार कर जायज मांगों को पूरा किया जाएंगा। ये कहना है विधायक धीरेन्द्र सिंह का। उन्होंने कहा कि मै भी किसान हूं इसलिए दर्द समझ सकता हूं। सब की भलाई के लिए विकास कार्य हो रहे है कुछ राजनैतिक लोग है जो किसान भाईयों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे है।