Dhirendra Shastri, the head priest of Bageshwar Dham: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में आयोजित एक धर्मसभा के दौरान बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) को लेकर जोरदार बयान दिया। उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि वहां का देश संभल नहीं रहा है, तो वहां के निवासियों को भारत लौट आना चाहिए। शास्त्री ने पीओके के लोगों से ‘घर वापसी’ की भावुक अपील की और जोर देकर कहा कि भारत पीओके को हर हाल में वापस ले लेगा।
धर्मसभा में हजारों श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए शास्त्री ने कहा, “पाकिस्तान से कहेंगे कि यदि तुमसे देश न संभले तो घर वापसी कर लो भारत में।” उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जहां इसे भारत-पाकिस्तान संबंधों के बीच एक नया मोड़ माना जा रहा है। शास्त्री ने पीओके के निवासियों को संबोधित करते हुए कहा, “पीओके के भाइयों-बहनों, यही समय है, सही समय है। घर वापसी कर लो। पीओके हम लेकर रहेंगे।” उन्होंने पाकिस्तान में शांति की कामना करते हुए हनुमान जी से प्रार्थना भी की।
यह बयान हाल के ‘आई लव मोहम्मद’ विवाद के बीच आया है, जिसमें कुछ लोगों ने धार्मिक नारों को लेकर तनाव पैदा किया था। शास्त्री ने इस विवाद पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, “आई लव मोहम्मद कहना गलत नहीं है, आई लव महादेव कहना भी गलत नहीं है। लेकिन ‘सर तन से जुदा’ करने की मानसिकता या धमकी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” उनका यह बयान धार्मिक सद्भाव की अपील के रूप में देखा जा रहा है, हालांकि हिंसा की आशंका पर कड़ा रुख अपनाते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी मानसिकता किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री, जो बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर के रूप में लाखों अनुयायियों के बीच लोकप्रिय हैं, अक्सर सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर खुलकर बोलते रहे हैं। वीवीआईपी कल्चर पर भी उन्होंने टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने कहा कि सच्ची भक्ति में कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। उनका यह प्रवचन ग्वालियर के एक बड़े धार्मिक आयोजन का हिस्सा था, जहां श्रद्धालुओं ने उनके बयानों पर तालियां बजाईं।
सोशल मीडिया पर इस बयान को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ यूजर्स इसे राष्ट्रवादी भावना का प्रतीक बता रहे हैं, तो कुछ इसे उकसावे के रूप में देख रहे हैं। आज तक और एनडीटीवी जैसे मीडिया चैनलों ने भी इसकी कवरेज की है, जहां वीडियो क्लिप्स वायरल हो चुकी हैं। राजनीतिक दलों की ओर से अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच एक नया बहस का विषय बन सकता है।
बागेश्वर धाम के प्रतिनिधियों ने बताया कि शास्त्री का संदेश शांति और एकता का है, न कि किसी विवाद को बढ़ावा देने का। आने वाले दिनों में इस बयान के प्रभाव को लेकर चर्चा जारी रहने की संभावना है।

