Delhi stampede accident: नई दिल्ली – रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म से लेकर सीढ़ियों तक मची अफरा-तफरी ने यात्रियों को परेशान कर दिया है। अत्यधिक भीड़ के कारण यात्रियों के लिए बोगी में पैर रखने की भी जगह नहीं बची और लोग एक-दूसरे के ऊपर चढ़ते जा रहे थे। इस दौरान रेल के टॉयलेट भी लोगों से भरपूर दिखाई दे रहे थे।
Delhi stampede accident:
यात्री के दर्द भरे बयान
योगेश मिश्रा, जिनकी ट्रेन प्लेटफार्म नंबर 15 में खड़ी थी, ने बताया, “मैं अपने परिवार के साथ प्रयागराज जाने आया था। मेरी टिकट AC-2 की थी, लेकिन भीड़ इतनी अधिक थी कि हर बोगी में पैर रखने का स्थान ही नहीं मिला। मेरी हालत देखते ही बनती थी, क्योंकि कहीं भी सहारा नहीं मिला।”
उसी बीच, एक अन्य यात्री ने बताया कि उनके परिवार के कुछ सदस्यों का हाल भी चिंताजनक है।
“मैं अपने परिवार के साथ प्रयागराज जा रहा था। बेटा मेरे साथ है, लेकिन बेटी और पत्नी का कुछ पता नहीं है। समझ नहीं आ रहा कि कहां जाऊं, हालत बेहद खराब हैं।”
बिमला देवी का दुखद अनुभव
भीड़ में खड़ी बिमला देवी ने भी दिल दहला देने वाला बयान दिया। उन्होंने कहा, “मेरे पति हार्ट के मरीज हैं। मुझे उन्हें आखिरी बार 10 बजे देखा था, उसके बाद से उनसे कोई संपर्क नहीं हुआ। मैंने कई बार अस्पताल तक चक्कर लगाया, लेकिन अब तक कोई ठोस मदद नहीं मिली। न पुलिस सहयोग कर रही है और न ही रेल प्रशासन।”
रेल प्रशासन पर सवाल
यात्रीयों का आरोप है कि रेलवे प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियाँ इस भीड़ प्रबंधन में असफल रही हैं। अत्यधिक भीड़ और अव्यवस्था के कारण यात्रियों को न केवल शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि मानसिक तनाव भी बढ़ता जा रहा है। कई यात्रियों ने तत्काल राहत की माँग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
अधिकारी प्रतिक्रिया का इंतजार
इस घटना पर संबंधित अधिकारियों से अभी तक कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है। यात्रियों और उनके परिवारों ने प्रशासन और पुलिस से तत्काल सहयोग और उचित भीड़ प्रबंधन की मांग की है।
इस भीड़भाड़ और अफरा-तफरी ने एक बार फिर से यह सवाल उठाया है कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे स्टेशन पर उचित प्रबंधन क्यों नहीं किया गया। प्रशासन से अपेक्षा की जा रही है कि वे जल्द से जल्द उचित कदम उठाकर यात्रियों के विश्वास को बहाल करें।
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