घटना शाम करीब 6 बजे हुई थी, जब लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक सफेद हुंडई i20 कार में जोरदार धमाका हुआ। शुरुआत में 8-10 लोगों की मौत की खबर आई, लेकिन बाद में घायलों की मौत से आंकड़ा 14 तक पहुंच गया। 20-32 लोग घायल हुए, जिनमें कई की हालत गंभीर थी। केंद्र सरकार ने इसे आतंकी साजिश करार दिया और NIA को जांच सौंपी। कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया, जिनका कथित तौर पर बड़े हमले की योजना से लिंक था।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घटना के तुरंत बाद मुआवजे का ऐलान किया था:
• मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये
• स्थायी रूप से विकलांग हुए को 5 लाख रुपये
• गंभीर रूप से घायलों को 2 लाख रुपये
• सामान्य घायलों को इलाज और कम राशि
घायलों का सरकारी खर्च पर इलाज कराने का भी वादा किया गया था। लेकिन अब पीड़ित परिवार बता रहे हैं कि घोषणा के बावजूद राशि नहीं मिली है। कई परिवार आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं और अधिकारियों से कोई जवाब नहीं मिल रहा। कुछ घायल survivors ने सरकार को पत्र लिखकर मुआवजे में बढ़ोतरी की मांग की है, क्योंकि चिकित्सा खर्च और रोजगार छूटने से नुकसान बहुत ज्यादा है।
जांच जारी है और सुरक्षा एजेंसियां बड़े नेटवर्क का पता लगा रही हैं। इस घटना ने राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। पीड़ित परिवार न्याय और शीघ्र मुआवजे की उम्मीद कर रहे हैं।

