- दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को मजबूत करने के लिए सीईओ ने रखे कई प्रस्ताव
- द्वितीय विश्व युद्ध में जान गंवाने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की
Delhi News: नई दिल्ली। अपनी इटली यात्रा के दूसरे दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को रोम में इतालवी रक्षा कंपनियों के सीईओ और अन्य शीर्ष उद्योग प्रतिनिधियों से मुलाकात की। बैठक के दौरान रक्षा मंत्री ने इतालवी रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसेटो के साथ अपनी गर्मजोशी भरी मुलाकात को याद किया। यात्रा के पहले दिन क्रोसेटो के साथ हुए रक्षा समझौते में दोनों देशों के रक्षा उद्योगों को एकसाथ काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
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बैठक के दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि उनकी सरकार ने भारत में व्यापार करने में आसानी के लिए रक्षा क्षेत्र में एफडीआई के मानदंडों को आसान बनाया है। भारत में रक्षा विनिर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। रक्षा मंत्री ने इतालवी उद्योग जगत के नेताओं से भारतीय रक्षा निर्माताओं के साथ आपूर्ति शृंखला संबंधों को मजबूत करने और भारतीय रक्षा निर्माताओं की सोसायटी के साथ घनिष्ठ संबंध विकसित करने का भी अनुरोध किया।
बैठक में 24 इतालवी रक्षा कंपनियों के सीईओ, अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। लियोनार्डो, फिनकैंटेरी, इलेक्ट्रोनिका, बेरेटा, एआईएडी, पास्क्वाली और कई अन्य प्रमुख इतालवी कंपनियों के उद्योग जगत के प्रमुख उपस्थित थे। रक्षा मंत्री ने दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को मजबूत करने पर सीईओ की ओर से दिए गए प्रस्तावों का स्वागत किया और उन्हें भारत सरकार की ओर से सभी आवश्यक समर्थन और सहायता का आश्वासन दिया।
एसोसिएशन ऑफ डिफेंस इंडस्ट्रीज के महासचिव और इतालवी रक्षा मंत्रालय के प्रतिनिधित्व के अलावा इतालवी अवर रक्षा सचिव माटेओ पेरेगो डी क्रेमनागो ने भी बैठक में भाग लिया। बाद में रक्षा मंत्री ने माटेओ पेरेगो डि क्रेमनागो और इटली में भारतीय राजदूत नीना मल्होत्रा के साथ पेरुगिया प्रांत के मोंटोन का दौरा किया, जहां उन्होंने नाइक यशवंत घाडगे और द्वितीय विश्व युद्ध में इतालवी अभियान के दौरान लड़ने वाले अन्य भारतीय सैनिकों के लिए हाल ही में बनाए गए एक स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
भारतीय सेना के 50 हजार से अधिक सैनिकों ने इतालवी अभियान में भाग लिया था, जिनमें से 5,700 से अधिक ने अपनी जान गंवा दी। पूरे इटली के विभिन्न कब्रिस्तानों में उन्हें स्मरण किया जाता है। मोंटोन के मेयर, स्थानीय समुदाय, स्कूली बच्चों और मोंटोन में भारतीय समुदाय के सदस्यों ने उनका स्वागत किया। रक्षा मंत्री ने भारतीय सैनिकों की यादों को जीवित रखने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। रक्षा मंत्री की यसवंत घाडगे मेमोरियल की यात्रा ने भारत और इटली के बीच के अनूठे ऐतिहासिक जुड़ाव को और गहरा कर दिया है।
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