Delhi News। पूर्वी दिल्ली में फरवरी 2020 में हुए हिन्दू विरोधी दंगों के पांच वर्ष पूरे होने पर फेडरेशन आॅफ आरडब्ल्यूए दिल्ली द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। एमटीएनएल ग्राउन्ड डीडीए कम्युनिटी सेंटर के सी ब्लॉक यमुना विहार में आयोजित दिल्ली के दर्द के पांच साल नाम से आयोजित इस कार्यक्रम में दिल्ली यूनिवर्सिटी की प्रो. डॉ. सोनाली, सतसंग विश्व हिंदू परिषद के सह प्रमुख दयालु जी महाराज, हिंदू जागरण संस्था कर्मयोगी की कल्पना और हिंदू जागरण मंच के रामकिशन सहित अनेक दंगा पीड़ित परिवार के सदस्यों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम के दौरान पीड़ितों ने दिल्ली दंगा 2020 के खौफनाक मंजर को याद करते हुए बताया कि दूसरे समुदाय के लोगों ने एक सोची समझी रणनीति के तहत दंगे शुरू किए थे। हिंदुओं की दुकानों, घरों, संपत्तियों और मोहल्लों को टारगेट करके आगजनी की जा रही थी। पीड़ितों ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने मुआवजा देते समय भी उनके साथ भेदभाव किया और दूसरे पक्ष के लोगों को हिंदुओं से बहुत ज्यादा मुआवजा दिया गया।
दंगा पीड़ित परिवारों को संबोधित करते हुए सतसंग विश्व हिंदू परिषद के सहप्रमुख दयालु महाराज ने कहा कि दंगों के समय स्थिति बहुत भयावह थी किसी ने ऐसा सोचा भी नहीं था कि ऐसा भी हो सकता है। मगर दूसरे लोगों की पूरी प्लानिंग थी कि उन्हें क्या करना है। दंगाइयों ने घरों को जला दिया, दुकानों को लूट लिया, बेगुनाह लोगों की हत्याएं कीं और भय खौफ का वातावरण खड़ा किया। सबकुछ पूरी प्लानिंग के साथ किया गया था। उन्होंने कहा कि बंटेंगे तो कटेंगे इसलिए बंट कर नहीं रहना एक होकर रहना है। अब वोट की चोट से ऐसे लोगों को सबक सिखाना है। अब ऐसी स्थिति दोबारा से पैदा न हो, इसलिए यह समय है जब ऐसी सरकार का चुनाव करें जो राष्ट्रहित के लिए काम करें। कार्यक्रम में दिल्ली यूनिवर्सिटी की प्रो. डॉ सोनाली ने कहा कि उन्होंने दंगों की भयावह स्थिति पर इलाके का दौरा करने के बाद एक पुस्तक तैयार की है, जो यह बताती है कि फरवरी 2020 के दंगे हिंदुओं के खिलाफ सुनियोजित साजिश का हिस्सा थे। उन्होंने कहा कि दंगों का पूरा षड्यंत्र दिल्ली विश्वविद्यालय में तैयार हुआ था। देश में रहने वाले अर्बन नक्सल नटवर्क ने इस दंगे की साजिश को रचा था। ऐसे अर्बन नक्सल लोगों को हमें पहचाना चाहिए और समाज से उन्हें दूर करना चाहिए। अगर हम सभी हिंदू मिलकर रहेंगे तो कोई दुश्मन हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
इस अवसर पर हिंदू जागरण संस्था कर्मयोगी से जुड़ी कल्पना ने कहा कि हमें ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है, जो हिंदुओं की आबादी पर कब्जा करने की साजिश करते हैं।
हिंदू जागरण मंच के संयोजक रामकिशन ने कहा कि सीएए के विरोध की आड़ में उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंदू बहुल इलाकों में सुनियोजित दंगों को अंजाम दिया गया। कार्यक्रम में पीड़ित परिवारों ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से उन्हें बल मिलता है और दंगे में शहीद हुए लोगों को याद कर हम उन्हें नमन करते है। पीड़ितों ने कहा कि हर साल फरवरी में इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन वह करते रहेंगे।
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