Delhi News। फर्जी कागजातों के आधार पर दिल्ली के रूप नगर में एक प्रॉपर्टी पर करोड़ों का लोन लेकर गायब हुए दंपती को आर्थिक अपराध शाखा ने गोवा से दबोचा है। आरोपितों की पहचान विकास शांडिल्य उर्फ विकास शर्मा (48) और मीनाक्षी शर्मा (43) के रूप में हुई है। इन लोगों ने अपने बाकी साथियों के साथ मिलकर नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (एनबीएफसी) से 22 करोड़ की ठगी की थी। विकास और मीनाक्षी ने 4.11 करोड़ रुपये लेकर पिछले चार सालों से गायब थे। पुलिस ने छानबीन की तो उनकी लोकेशन गोवा की मिली। दोनों वहां पर एक फूड चैन चला रहे थे। बार-बार पता बदलने की वजह से पुलिस को इन तक पहुंचने में खासी दुश्वारी हुई। एक वैब सीरिज से आइडिया लेकर पुलिस इन तक पहुंच ही गई। पुलिस रिमांड पर लेकर दोनों से पूछताछ कर रही है।
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आर्थिक अपराध शाखा की संयुक्त आयुक्त सिंधु पिल्लई ने बताया कि एक गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी की शिकायत पर ठगी का मामला दर्ज हुआ था। एक समूह के कुछ लोगों ने वित्तीय कंपनी के कर्मचारियों की मिली भगत से एक प्रॉपर्टी के बदले 22 करोड़ का लोन ले लिया था। लोन लेने के बाद शुरूआत में उसकी किस्त अदा की गई। लेकिन बाद में अदाकर्ता रकम के साथ फरार हो गए।
आर्थिक अपराध शाखा ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की। जांच के दौरान पता चला कि सेवा अपैरल्स नाम कंपनी रूप नगर की प्रॉपर्टी को गिरवी रखकर पांच करोड़ का लोन मांगा था। लेकिन एनबीएफसी की ओर से 4.11 करोड़ का लोन स्वीकृत हुआ। लोन की रकम को तीन अलग-अलग कंपनियों के खाते में डालकर निकाल लिया गया।
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इसके बाद विकास और उसकी पत्नी मीनाक्षी गायब हो गए। इनकी तलाश के लिए इंस्पेक्टर किशनवीर सिंह, इंस्पेक्टर शिखर चौधरी व अन्यों की टीम को लगाया गया। टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर पता चला कि आरोपी गोवा में छिपे हुए हैं। पुलिस की टीम को गोवा भेजा गया। पुलिस ने कई स्थानों पर छापेमारी की, लेकिन हर जगह नाकामी मिली। बाद में पता चला कि दोनों उत्तरी गोवा के पॉश एरिया में नाम और पहचान बदलकर एक फूड चैन चला रहे हैं। पुलिस ने आरोपियों तक पहुंचने के लिए एक वैब सीरिज की तर्ज पर काम किया। आरोपियों की फूड चैन से खाने का आॅर्डर किया गया। बाद में दोनों को काफी मशक्कत के बाद गोवा के पोरविरम इलाके से दबोच लिया गया।