Delhi News: बाहरी उत्तरी जिले के भलस्वा डेरी थाना इलाके के श्रद्धानंद कॉलोनी के एक तालाब से शनिवार को टुकड़ों में शव मिलने के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। दरअसल, गुरुवार को जहांगीरपुरी इलाके से दोस्त संदिग्ध व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था, जो खतरनाक आतंकी संगठन हरकत उल अंसार और खालिस्तानी आतंकी संगठनों से जुड़े हैं।
आतंकियों की पहचान नौशाद और जगजीत सिंह के तौर पर हुई और उन्हें 14 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया। पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि वे भलस्वा डेरी के एक मकान में लगातार आया-जाया करते थे। पुलिस को शुक्रवार रात छापेमारी के दौरान उस घर से हैंड ग्रेनेड के साथ कई दस्तावेज और खून के निशान मिले।
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Delhi News: शनिवार को दोबारा उन लोगों से पूछताछ की गई। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने श्रद्धानंद कॉलोनी के एक तालाब से बोरी में बंद व्यक्ति का शव बरामद किया। स्पेशल सेल की पूछताछ और जांच में खुलासा हुआ कि मृतक व्यक्ति का नाम राजकुमार है, जिसने एक धार्मिक स्थल में पत्थर फेंका था। उसकी हत्या करने के लिए इन दोनों को 2 लाख रुपये भी दिए गए थे। खुलासा हुआ कि उन्होंने राजकुमार की सर कलम करके हत्या कर दी और उसके टुकड़े किए, जिसका वीडियो बनाकर आरोपियों ने विदेश में अपने हैंडलर को भेजा था।
बताया जा रहा है कि ये दोनों संदिग्ध व्यक्ति भारत की राजधानी दिल्ली में किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे, जिसका पूरा ब्लूप्रिंट भी तैयार हो चुका था। उससे पहले ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
दिल्ली पुलिस की पूछताछ लगातार जारी है। पूछताछ के दौरान इनसे अभी और भी कई खुलासे होने की उम्मीद लगाई जा रही है। गणतंत्र दिवस से कुछ दिन पहले इतनी बड़ी वारदात और हथियार मिलना किसी बड़ी आतंकी साजिश की तरफ इशारा करता है।