Delhi News: बच्चों में जन्म दोष संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए सरकार उठा रही ये कदम
Delhi News। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि बच्चों में जन्म से ही बीमारी के समाधान के प्रति लोगों में जागरूकता बेहद जरूरी है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम बच्चों के स्वास्थ्य की गारंटी है। डॉ. वी के पॉल शुक्रवार को राष्ट्रीय जन्म दोष जागरूकता माह 2024 के अवसर को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसके तहत मौजूदा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के साथ-साथ बाल स्वास्थ्य में भी सहायक हो सकती है।
उन्होंने कहा कि इस राष्ट्रीय जन्म दोष जागरूकता माह 2024 का विषय “बाधाओं को तोड़ना: जन्म दोष वाले बच्चों के लिए समावेशी समर्थन” है। जन्म दोष जागरूकता अभियान रोकथाम, शीघ्र पहचान और समय पर प्रबंधन के बारे में जागरूकता पर केंद्रित होगा। इस अवसर पर डॉ. पॉल ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की सराहना की, जो बाल स्वास्थ्य में उत्प्रेरक साबित हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘कार्यक्रम के तहत 160 करोड़ बच्चों की जांच की गई है और यह बाल स्वास्थ्य की गारंटी है। डॉ. पॉल ने कहा कि बाल मृत्यु दर को कम करने के लिए जन्म दोषों पर ध्यान देने की आवश्यकता है, हालांकि मलेरिया, निमोनिया और अन्य बीमारियों से होने वाली मौतों की तुलना में जन्म दोषों की मृत्यु का अनुपात कम है। उन्होंने कहा, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत हमारी प्राथमिकता बच्चों के लिए संपूर्ण स्वास्थ्य प्राप्त करना है और यह राष्ट्रीय जन्म दोष जागरूकता माह 2024 अभियान इस उद्देश्य के लिए जागरूकता बढ़ाने में उत्प्रेरक होगा। इस मौके पर स्वास्थ्य सचिव अपूर्वा चंद्रा भी मौजूद थे।