- तौहफा: कैबिनेट की बैठक में ‘आप’ सरकार का महत्वपूर्ण फैसला
- दिल्ली में विधायक का वार्षिक फंड हुआ 15 करोड़
- दिल्ली में हम चला रहे है मुनाफे की सरकार
Delhi News: दिल्ली सचिवालय में गुरुवार को हुई कैबिनेट की बैठक में विधायक फंड से जुड़ा एक बड़ा और महत्वपूर्ण फैसला लिया गया। इस दौरान विधायक फंड को 10 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 15 करोड़ रुपए वार्षिक कर दिया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा, ‘लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विधायक फंड एक बहुत ही महत्वपूर्ण योजना होती है। जिसके माध्यम से किसी विधानसभा क्षेत्र के लोग अपने छोटे-बड़े विकास कार्य विधायक के जरिए कराते हैं। विधायक फंड जनता के लिए होता है जिससे वह अपना काम करा सकते है। आज दिल्ली सरकार की कैबिनेट ने दिल्ली में विधायक का फंड 10 करोड़ रुपए से बढ़ाकर सालाना 15 करोड़ रुपए कर दिया है।
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सीएम आतिशी ने कहा कि इतना ज्यादा फंड अबतक किसी भी राज्य में नहीं हुआ है। यह देश में सबसे ज्यादा है। उन्होंने कहा कि भाजपा 22 राज्यों में सरकार चलाती है। वह किसी एक राज्य का नाम बता दे जहां वह मुनाफे में अपनी सरकार चला रही हो। दिल्ली सरकार के आंकड़े हम सामने रख देंगे। भाजपा किसी एक राज्य का सामने रख दे। मैं दावे के साथ कह सकती हूं कि भाजपा अपने द्वारा शासित एक राज्य भी मुनाफे वाला नहीं दिखा सकती है।’ इसके बाद सीएम ने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा, ‘मैं भाजपा को चुनौती दे रही हूं। दिल्ली में हम मुनाफे की सरकार चला रहे है।’
बंगले से निकाले जाने पर बोलीं आतिशी- सभी बंगले भाजपा को मुबारक
मुख्यमंत्री आवास से सामान हटाए जाने पर आतिशी ने कहा, ह्यभाजपा इसलिए परेशान है क्योंकि वह अअढ को चुनाव में हरा नहीं पाती है। वह चुनाव लड़ते हैं, मुंह की खाते हैं, सिंगल डिजिट से ज्यादा अपने विधायक नहीं बढ़ा पाते, तो अपना मुख्यमंत्री नहीं ला पाते। उसके बाद उनका मुख्यमंत्री नहीं बनता, उनकी सरकार नहीं बनती तो वो आॅपरेशन लोटस शुरू करते हैं, कि किसी तरीके से विधायकों की खरीद-फरोख्त करके अपनी सरकार बना लें, अपना मुख्यमंत्री बना लें, दिल्ली में वो भी नहीं कर पाए।
आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि फिर उन्होंने तीसरा पैंतरा अपनाया, कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को जेल में डाल दो, विधायकों को जेल में डाल दो, पार्टी तोड़ दो, पार्टी खत्म कर दो, जिससे किसी तरह भाजपा का मुख्यमंत्री बन जाए, दिल्ली में वो भी नहीं कर पाए। तो अब वो चाहते हैं कि मुख्यमंत्री तो बन नहीं पाया तो किसी तरह से मुख्यमंत्री आवास पर ही कब्जा कर लें। उनका बहुत-बहुत स्वागत है। अगर भाजपा को मुख्यमंत्री आवास पर कब्जा करके मन की शांति मिलती है तो उनका स्वागत है, आप के विधायक, आप के मंत्री, बड़े बंगले, बड़ी गाड़ी के लिए राजनीति में नहीं आए हैं, हम दिल्ली के लोगों के लिए काम करने आएं है। अगर जरूरत पड़ी तो हम सड़क पर बैठकर भी काम कर लेंगे। ये सारे बंगले भाजपा को मुबारक हों, हम दिल्लीवालों के दिल में रहते हैं।’
मुख्यमंत्री का सामान बाहर निकालना जनादेश का अपमान : संजय सिंह
आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री आवास से मौजूदा सीएम आतिशी के सामान को बाहर निकालने को चुनी हुई सरकार, एक महिला मुख्यमंत्री और जनादेश का अपमान बताया है। गुरुवार को आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि भाजपा लगातार झूठ फैला रही है कि पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चाभी नहीं दी थी, जबकि सामान्य प्रशासन विभाग के पत्र में साफ है कि उन्होंने चार अक्तूबर को ही आवास की चाभी दे दी थी। आप नेताओं को अपमानित करने के लिए भाजपा रोज नए हथकंडे अपना रही है। आप मुख्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में संजय सिंह ने कहा कि लोक निर्माण विभाग ने मुख्यमंत्री आतिशी को सीएम आवास की चाभी दी थी। आतिशी ने सरकारी आवास में अपना सामान रखा हुआ था। दिल्ली के लोग जानना चाहते हैं कि किस अधिकार से एलजी ने मुख्यमंत्री का सामान सरकारी आवास से बाहर निकलवाया है। भाजपा दिल्ली में पिछले 27 साल से हार रही है।