Delhi News: दूतावास विस्फोट मामले में वाहनों के नंबर और फोन कॉल की जांच शुरू
Delhi News । चाणक्यपुरी इलाके में स्थित इजरायली दूतावास के पास धमाका करने वालों तक पहुंचने के लिए दिल्ली पुलिस कई योजना पर काम कर रही है। सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस दूतावास के पास मंगलवार रात हुए कम तीव्रता वाले विस्फोट के दौरान सक्रिय मोबाइल नंबरों की ‘एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड कॉल’ की जांच करेगी। पुलिस ने दो संदिग्धों की पहचान की है जो विस्फोट से कुछ समय पहले घटनास्थल के करीब कैमरे में कैद हुए थे। इस बीच दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा बढ़ा दी है। सीमावर्ती इलाकों के पास अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड कॉल का पता लगाना कठिन है, लेकिन विशेष जांच तकनीकों और आस-पास के नंबरों की मदद से हम यह पता लगा सकते हैं कि उस क्षेत्र के आसपास कौन लोग थे, जहां विस्फोट हुआ था। कई अलग-अलग सोशल मीडिया एप्लिकेशन हैं जिनकी जांच करने की जरूरत है। इसके लिए संबंधित कंपनियों से बात की जाएगी।
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वाहनों की सघन पड़ताल
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है। इजरायल दूतावास और दिल्ली में यहूदी प्रतिष्ठानों के आसपास के इलाकों को सुरक्षा कर्मियों की निगरानी में रखा गया है। इलाके के कई सीसीटीवी फुटेज की निगरानी शुरू कर दी है। विशेष टीमें विस्फोट के समय और विस्फोट से पहले गुजरने वाले सभी वाहनों के पंजीकरण नंबरों की जांच कर रही हैं। हम जल्द ही वाहनों की पहचान कर लेंगे क्योंकि सड़क के दोनों छोर पर लाल बत्ती पोस्ट हैं। अब्दुल कलाम रोड और पृथ्वीराज रोड की गलियों से कई सीसीटीवी फुटेज एकत्र किए गए हैं।
एंटी टेरर यूनिट स्पेशल सेल भी एक्टिव
सूत्रों ने बताया कि बुधवार को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की एक टीम ने संसद के आसपास के इलाके का दौरा किया ताकि यह पता लगाया जा सके कि लोकसभा में हाल ही में हुई सुरक्षा चूक की घटना और इस विस्फोट के बीच कोई संबंध है या नहीं है। घटनास्थल का दौरा करने वाले अधिकारियों ने कहा कि दूतावास के पास केमिकल ब्लास्ट की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर यूनिट स्पेशल सेल की टीम भी जांच में शामिल है।
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एनआईए भी जुटी, इस संगठन का हाथ होने का शक
घटनास्थल के पास इजराइली राजदूत को संबोधित एक पत्र मिला है। फिंगर प्रिंट की पहचान के लिए पत्र को फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया है। अंग्रेजी में लिखे पत्र के तार किसी ‘सर अल्लाह रेजिस्टेंस’ नामक संगठन से जुड़े होने की आशंका है। पत्र में यहूदी, फलस्तीन और गाजा जैसे शब्द भी लिखे गए हैं। एनआईए की एक टीम ने भी घटनास्थल का मुआयना किया है। जांच अधिकारियों का कहना है कि विस्फोट और मौके से पत्र का बरामद होना दूतावास के समीप 2021 में हुए धमाके की याद दिलाता है जिसमें कुछ कारें क्षतिग्रस्त हुई थीं। एनआईए ने उस मामले की भी जांच की थी।