Delhi News:प्रदूषण का असर: मेट्रो से लेकर एक्सप्रेसवे तक के रुके काम, लंबा हो सकता है इंतजार

Delhi News:। चार दिन बाद राजधानी दिल्ली की हवा गंभीर स्थिति से बाहर आई है। मौसम में हुए बदलावों के चलते दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक मंगलवार को 400 के अंक से नीचे आ गया। हालांकि, हवा अभी भी बेहद खराब श्रेणी में है। लेकिन, दो दिन पहले की तुलना में कुछ राहत मिली है। दिल्ली में इस बार मार्च से लेकर सितंबर तक का महीना आमतौर पर खासा साफ-सुथरा रहा है। कोविड प्रतिबंधों के साल 2020 को छोड़ दिया जाए तो पहली बार लोगों को 200 से ज्यादा दिन तक साफ हवा में सांस लेने का मौका मिला। लेकिन, मानसून की वापसी के बाद अक्तूबर महीने से ही हवा में प्रदूषण के स्तर में तेजी से बढ़ोतरी होने लगी। वहीं यातायात को रफ्तार देने वाली योजनाएं भी प्रदूषण के चलते लगे प्रतिबंध के दायरे में आ गई हैं। इसके चलते एक्सप्रेसवे, फ्लाईओवर, अंडरपास और मेट्रो फेज चार की योजनाओं का काम बंद हो गया है।

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केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक मंगलवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 395 के अंक पर रहा। इस स्तर की हवा को बेहद खराब श्रेणी में रखा जाता है। सोमवार को यह सूचकांक 421 के अंक पर रहा था। यानी चौबीस घंटे के भीतर ही इसमें 26 अंकों का सुधार हुआ है। हालांकि, अभी भी दिल्ली के कई हिस्सों का सूचकांक 400 से ऊपर है और यहां पर लोग गंभीर श्रेणी के प्रदूषण वाली हवा में सांस ले रहे हैं।


दिसंबर में पूरा होना था, अब और समय लगेगा
आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर तक फ्लाईओवर का निर्माण कार्य वर्ष 2019 में शुरू हुआ था। यह काम इस साल दिसंबर में पूरा होना था। वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, यहां एक पेड़ काटने की मंजूरी नहीं मिलने के कारण पहले से ही तय समय पर काम पूरा करना मुश्किल हो रहा है। छह लेन के इस फ्लाईओवर के बनने से तीन लाल बत्ती खत्म होगी। हजारों वाहनों को इसका फायदा होगा।

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फ्लाईओवर का कार्य प्रतिबंध के चलते पिछड़ा
उत्तर-पूर्वी जिले के व्यस्त इलाकों में से एक नंद नगरी इलाके के यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए यहां पर नंद नगरी गगन सिनेमा पर एक फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है। बीते साल ही इसका काम शुरू हुआ है। अगले साल तक इसका काम पूरा होना है।
अभी और इंतजार करना होगा
दिल्ली सरकार पंजाबी बाग से राजा गार्डन के बीच जाम को खत्म करने के लिए यहां पर दो नए फ्लाईओवर का निर्माण करवा रही है। इसका काम अक्तूबर में पूरा होना था, लेकिन अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। इस योजना के तहत मोती नगर में तीन लेन, जबकि ईएसआई मेट्रो स्टेशन और क्लब रोड के बीच 1.3 किलोमीटर लंबा 6 लेन का फ्लाईओवर का निर्माण हो रहा है। यहां से रोजाना 1.25 लाख वाहन गुजरते हैं। पहले ही अपनी डेडलाइन को पार कर चुके इस फ्लाईओवर का निर्माण भी प्रतिबंध के बाद बंद हो गया है।

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चार एक्सप्रेसवे पर रुक गया काम
ग्रैप पाबंदियां लागू होने के बाद राजधानी दिल्ली में चार एक्सप्रेसवे का काम रुक गया है। इसमें दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे जो अक्षरधाम से बना रहा है। इसके साथ ही फरीदाबाद से एयरपोर्ट, द्वारका से होते हुए सिंघु बॉर्डर तक जाने वाले अर्बन एक्सटेंशन रोड का भी काम रुक गया है। आश्रम और डीएनडी के बीच स्थित गोल चक्कर पार्क से फरीदाबाद, बल्लभगढ़ होते हुए गुरुग्राम में वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे लूप तक बनाए जा रहे 60 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का काम भी अब बंद हो गया है।
तीन कॉरिडोर पर 40 निर्माण पूरा हो चुका
दिल्ली मेट्रो फेज चार में तीन कॉरिडोर तुगलकाबाद से एयरोसिटी, जनकपुरी पश्चिम से आर के आश्रम और मौजपुर से मुकुंदपुर के बीच काम चल रहा है। तीनों कॉरिडोर पर 40 फीसदी काम पूरा हो चुका है। पहला कॉरिडोर मौजपुर से मुकुंदपुर को 2025 तक खोलने की योजना है। मगर प्रदूषण के चलते बार-बार लगने वाले प्रतिबंध के चलते निर्माण कार्य की रफ्तार पर असर पड़ा है।

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