Delhi News: नई दिल्ली। शहीद दिवस के अवसर पर रविवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शहीद भगत सिंह पार्क मालवीय नगर में शहीद-ए-आजम भगत सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर सांसद बांसुरी स्वराज, विधायक सतीश उपाध्याय सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भाजपा सरकार ने कार्यभार संभाला था, तब विपक्ष ने भगत सिंह की तस्वीर को लेकर खूब हंगामा किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने मुख्यमंत्री दफ्तर से भगत सिंह की तस्वीर हटाने का आरोप लगाकर दिल्ली विधानसभा सत्र को बाधित करने की कोशिश की। उन्होंने बहुत सारे सवाल उठाए थे। मैं बताना चाहती हूं कि यहां भगत सिंह की प्रतिमा को तोड़ दिया गया, उन्होंने कभी मरम्मत की बात नहीं की, उनकी देशभक्ति कहां गई? हमने आज शहीद दिवस पर नई प्रतिमा का अनावरण किया है। हमारे अंदर देशभक्ति की भावना है, उन्हें हमें बताने की जरूरत नहीं है। प्रतिमा का अनावरण करते हुए मुझे अच्छा लगा।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर हम नायकों की मूर्ति और राष्ट्रीय ध्वज का रखरखाव ठीक ढंग से नहीं कर सकते है, तो उसे लगाने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि बांसुरी स्वराज और मुझे दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज के विकास कामों को आगे बढ़ाना हैं।
भाजपा विधायक सतीश उपाध्याय ने शहीद दिवस पर कहा कि 23 मार्च का दिन हमें तीन बाते याद दिलाता है। यह हमारे लिए दुख, गर्व और गुस्से का दिन है। दुख का दिन इसलिए क्योंकि इतनी अल्पायु में भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी दी गई और हमारे नौजवान देश के लिए शहीद हुए थे। यह हमारे लिए गर्व का दिन इसलिए है कि हमारे उन युवाओं ने देश के स्वतंत्रता आंदोलन में अंग्रेजों की जड़े हिला दी। उन्होंने इस देश की एकता, अखंडता और स्वाधीनता के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के अत्याचार के प्रति गुस्सा है। पहले शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू को 24 मार्च को फांसी देने थी, लेकिन अंग्रेजी हुकूमत इतनी डर गई कि इनको 23 मार्च को ही फांसी दे दी गई।