Delhi News। दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को उच्च न्यायालय में बताया कि महिलाओं की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए राजधानी के संवेदनशील इलाकों में 6630 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। पुलिस ने मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा एवं न्यायमूर्ति संजीव नरूला की पीठ को बताया कि इन सीसीटीवी कैमरों की निगरानी पांच मास्टर कंट्रोल रूम से की जा रही है। पीठ ने राज्य पुलिस को संकट में फंसी महिलाओं की मदद के लिए उन खंभों पर पैनिक बटन लगाने के प्रस्ताव पर विचार करने के लिए समय दिया, जिन पर ये कैमरे लगाए गए हैं।
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कोर्ट 16 दिसंबर 2012 को चलती बस में 23 वर्षीय निर्भया के साथ हुए भयावह सामूहिक बलात्कार के बाद महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर 2012 में शुरू की गई एक जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही है। कुछ दिनों बाद निर्भया की गंभीर चोटों के कारण जान चली गई थी। इस मामले में सहायता के लिए अदालत की मित्र और न्यायमित्र नियुक्त की गईं वकील मीरा भाटिया ने सुझाव दिए कि सीसीटीवी कैमरे वाले खंभों पर पैनिक बटन लगाए जाएं ताकि संकट में फंसी कोई भी महिला मुख्य नियंत्रण कक्ष में मौजूद कर्मियों को तुरंत सचेत कर सके।
प्रस्ताव पर निश्चित रूप से विचार करेंगे
दिल्ली पुलिस का प्रतिनिधित्व कर रहे अतिरिक्त स्थायी वकील अनुज अग्रवाल ने कहा कि अधिकारी निश्चित रूप से पैनिक बटन वाले प्रस्ताव पर विचार करेंगे और पीठ से उन्हें कुछ समय देने का आग्रह किया। पीठ ने दिल्ली पुलिस को चार सप्ताह का समय दिया। इस मामले में अगली सुनवाई 6 अक्तूबर को होगी।