Delhi : 32 करोड़ से अधिक लोग स्वच्छता ही सेवा अभियान में हुए शामिल
Delhi News : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता के आह्वान से प्रेरित होकर कचरा मुक्त अभियान के तहत पिछले 14 दिनों में (15 से 29 सितंबर के बीच) 32 करोड़ से अधिक लोगों ने राष्ट्रव्यापी अभियान में हिस्सा लिया। इसमें भारत के 75 प्रतिशत गांवों को ठोस या तरल कचरा प्रबंधन की व्यवस्था करने के साथ-साथ गांवों को खुले में शौच से मुक्त की स्थिति बनाए रखना भी शामिल है। Delhi News :
cleanliness is service campaign
जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) गतिविधियों में स्वेच्छा से 3.68 लाख लोगों ने श्रम का योगदान दिया। इन प्रयासों में लगभग 5300 समुद्र तटों की सफाई, 4300 नदी तटों और जलमार्गों को पुनर्जीवित करना, 10,700 से अधिक विरासत अपशिष्ट स्थलों का पुनरुद्धार करना, 2400 पर्यटन और प्रतिष्ठित स्थलों को बेहतर बनाना और 93,000 से अधिक सार्वजनिक स्थानों को बहाल करना शामिल रहा। इसके अतिरिक्त 12,000 से अधिक जल निकायों की सफाई की गई। 60,000 से अधिक संस्थागत भवनों का कायाकल्प किया गया। लगभग 47,000 कचरा-संवेदनशील स्थलों को साफ किया गया है। इसमें 15 करोड़ नागरिकों ने श्रमदान में सक्रिय रूप से भाग लिया।
इस अभियान की सफलता का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि शुभारंभ के केवल एक सप्ताह के भीतर ही केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने देश भर में 75 प्रतिशत गांवों में ठोस या तरल कचरा प्रबंधन की व्यवस्था करने के साथ-साथ गांवों को खुले में शौच से मुक्त की उपलब्धि की घोषणा की। पर्यटन मंत्रालय ने 108 चयनित स्थलों पर स्वच्छता अभियान के लिए ट्रेवल फॉर लाइफ शुरू किया।
Delhi News :
एक और अनूठी विशेषता यह है कि यह अभियान स्वच्छता नायकों सफाई मित्रों के कल्याण के लिए भी काम कर रहा है। उनके कल्याण के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर और योग शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। समुदाय के सभी वर्ग स्वच्छता ही सेवा को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए सहयोग दे रहे हैं।
महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को बड़ी संख्या में एकजुट किया गया, जिनमें से कई ने श्रमदान के लिए गांवों को गोद लिया है। स्कूलों और कॉलेजों में युवाओं ने अपने शहरों, कस्बों और गांवों को साफ करने में बहुत उत्साह दिखाया है, साथ ही कॉलेजों ने गांवों को भी गोद लिया है।
वरिष्ठ नागरिक समुद्र तटों, पार्कों और सार्वजनिक स्थानों पर श्रमदान कर रहे हैं और एक स्वच्छ समाज के लिए अपनी भूमिका निभा रहे हैं। धार्मिक स्थलों में धर्मगुरु श्रमदान करवा रहे हैं। चैंबर ऑफ कॉमर्स, रेड क्रॉस, विभिन्न व्यापार और कृषि निकायों जैसे विभिन्न निकाय स्वच्छता गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। सामूहिक रूप से एकजुट होकर की जाने वाली इन गतिविधियों में स्वच्छता शपथ, स्वच्छता दौड़ और मानव श्रृंखला, कार्यालय परिसरों और आस-पास के क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान, रेलवे ट्रैक और स्टेशन, हवाई अड्डों के आस-पास के क्षेत्र, विश्व पर्यटन दिवस के साथ समन्वय में पर्यटन स्थल, तीर्थ स्थल, एएसआई स्मारक, विरासत स्थल, शैक्षिक संस्थान, राजमार्ग और आस-पास के क्षेत्र, चिड़ियाघर, अभयारण्य, पार्क, अन्य अधिक भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र, सिंगल यूज प्लास्टिक बैन और जीरो वेस्ट इवेंट्स का संकल्प लेना शामिल रहा। इन सामूहिक प्रयासों ने हमारे पर्यावरण को फिर से जीवंत किया है, एक स्वच्छ, स्वस्थ वातावरण बनाया है।
यह भी पढ़ें:- फिर अटकेंगा एनईए चुनाव का पेचः 19 सदस्यों की कार्यकारिणी का चुनाव कराने की उठाई मांग
Delhi News :