दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने छठ पूजा से पहले यमुना नदी का निरीक्षण किया

Chief Minister Rekha Gupta inspected the Yamuna River ahead of Chhath Puja News: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शनिवार को यमुना नदी के घाटों का निरीक्षण किया और आगामी छठ पूजा की तैयारियों का जायजा लिया। पर्यटन, कला एवं संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा के साथ नदी पर नाव यात्रा करने वाली सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि चार दिवसीय इस पर्व को 25 से 28 अक्टूबर तक भव्य रूप से मनाने के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।

इस निरीक्षण के दौरान रेखा गुप्ता ने यमुना के पल्ला से ओखला तक के हर हिस्से को छठ पूजा के लिए तैयार करने के आदेश दिए। उन्होंने आईटीओ और ओखला जैसे पारंपरिक घाटों को अपग्रेड करने पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि अदालतों के आदेशानुसार यमुना जल में स्नान या विसर्जन की अनुमति नहीं है, लेकिन पूजा-अर्चना की अनुमति दी जाएगी।

“यमुना में विसर्जन छठ के रीति-रिवाजों का हिस्सा नहीं है, इसलिए केवल पूजा ही होगी,” उन्होंने कहा।

दिल्ली सरकार के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने यमुना के किनारे कम से कम 100 स्थानों की पहचान की है, जहां अस्थायी घाट बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा, मुनक नहर, मुंगेशपुर ड्रेन और दिल्ली भर में कई कृत्रिम तालाबों पर भी छठ पूजा की व्यवस्था की जा रही है। सरकार ने नदी के दोनों तटों पर अस्थायी घाट स्थापित करने की घोषणा पहले ही कर चुकी है, ताकि पूर्वांचलवासी समुदाय बिना किसी बाधा के पर्व मना सके।

छठ पूजा से पहले यमुना को झाग-मुक्त रखने के लिए दिल्ली सरकार ने विशेष अभियान शुरू किया है। दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) फोम अरेस्टर, मोबाइल स्प्रिंकलर और एंटी-फोम एजेंट का उपयोग कर रहा है। नदी में झाग का मुख्य कारण अनुपचारित सीवेज, डिटर्जेंट और औद्योगिक कचरा है, जो मानसून के बाद बढ़ जाता है। मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि भक्तों के लिए साफ-सुथरे और सुरक्षित स्थल सुनिश्चित किए जाएं। सिंचाई विभाग ने नए घाट तैयार करने के लिए 50 लाख रुपये आवंटित किए हैं, जिनमें बाड़बंदी और होर्डिंग जैसी सुविधाएं होंगी।

रेखा गुप्ता ने कहा, “इस वर्ष दिल्ली में छठ पूजा ऐतिहासिक होगी। हम पूर्वांचलवासी भाइयों-बहनों को पूर्ण सहयोग देंगे।” उन्होंने घाटों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया।

बता दें कि महामारी के दौरान छठ पूजा पर रोक लगी थी, जबकि बाद में एनजीटी और अदालती आदेशों के कारण यमुना किनारे पूजा पर पाबंदी बनी रही। इस बार सरकार ने सभी बाधाओं को दूर कर भव्य आयोजन की योजना बनाई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में ‘मन की बात’ में छठ महापर्व को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल करने की पहल का जिक्र किया था, जिससे इस पर्व की वैश्विक पहचान मजबूत होगी। दिल्ली में छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार से आए लाखों प्रवासियों के लिए विशेष महत्व रखती है।

सरकार की इस पहल से भक्तों में उत्साह है, लेकिन पर्यावरणविदों का कहना है कि यमुना की दीर्घकालिक सफाई के लिए और ठोस कदम उठाने की जरूरत है।

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