Deepawali: मिट्टी के दीयों की बढ़ी मांग, कुम्हारों ने बढ़ाई चाक की रफ्तार
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Deepawali: मिट्टी के दीयों की बढ़ी मांग, कुम्हारों ने बढ़ाई चाक की रफ्तार

Deepawali: नोएडा : त्योहारों का सीजन शुरू हो गया है, दीवाली आने में कुछ दिन रह गए हैं। हर वर्ष चीन के सजावटी सामानों से बाजार भरे पड़े रहते थे, लेकिन इस वर्ष बाजार में कुम्हारों के बनाए गए मिट्टी के दीयों की धूम है। इससे कुम्हार खुश हैं। वह दीवाली के आर्डर तैयार करने में दिन-रात एक किए हैं। जिससे मिट्टी के दीपक बनाने वालों की उम्मीद बढ़ी है। पिछले साल के मुकाबले मिट्टी के दीपकों की बिक्री में इस साल इजाफा हो गया है।

Deepawali:

मोरना गांव में पिछले कई सालों से मिट्टी के दीपक बनाने वाले पवन कुमार का कहना है कि दीवाली पर दीयों की मांग को देखते हुए मिट्टी के दीपक तैयार कर रहे हैं। पिछले सालों की तुलना में अधिक मात्रा में मिट्टी के दीपक बनाए जा रहे हैं। मिट्टी के रंग-बिरंगे दीपक के साथ फैंसी दीये होता तैयार किए जा रहे हैं। बीते सालों में देखा गया था कि पूरे बाजार पर चाइनीज दीयों का कब्जा होता था, लेकिन इस बार भारतीय दीपक की मांग बढ़ गई है। जिससे मिट्टी के दीपक बनाने वालों की, उम्मीदें भी बढ़ गई है। जिस तरह से चाइना के माल का लोगों ने बायकाट किया है, उससे यह अनुमान है कि देसी सामान की धूम होगी। हालात यह हैं कि उत्पाद से ज्यादा मांग है, जिसे पूरा करना मुश्किल हो रहा है। बताया कि यह उनका खानदानी काम है, जो करीब 100 वर्षों से चला आ रहा है। इसकी शुरुआत राजस्थान में उनके दादा-परदादा ने किया था। वहीं डिमांड ज्यादा होने के कारण उनका पूरा परिवार रात-दिन मिट्टी के दीये बनाने में लगे हैं।

फैंसी दीयों की मांग बढ़ी
कुम्हार पवन कुमार ने बताया कि बाजार में नए-नए फैंसी दीयों के आने से उनकी डिमांड बढ़ गई है। वहीं डिमांड ज्यादा होने से उनका पूरा परिवार रात-दिन दीया बनाने के कार्य में लगा है, फिर भी आर्डर पूरा नहीं हो रहा है।

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