Noida Authority: नोएडा में एक के बाद एक फर्जीवाड़े के मामले सामने आ रहे है। इस बार हैरान करने वाला मामला सामने आया है। रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारी की मौत के बाद जालसाजों ने सेक्टर-40 के डी ब्लॉक में उनकी 450 वर्गमीटर की कोठी को करीब 6.50 करोड़ रुपये में बेच दिया। इतना ही नहीं, नोएडा प्राधिकरण से ट्रांसफर मैमोरेंडम (टीएम) भी करवाया गया और बैनामा करा लिया। इसके बाद प्राधिकरण के अधिकारी भी संदेह के घेरे में है।
बेटी ने की शिकायत, जांच शुरू
अब बेटी ने सेक्टर-39 थाना पुलिस और प्राधिकरण में शिकायत दी है। प्राधिकरण में टीएम को लेकर जांच शुरू हो गई है। कोठी को खरीदने वाला उसमे रह रहा है। उसने कोर्ट से कब्जे को न हटाने की मांग की है। उसकी भूमिका की भी जांच की जा रही है।
बता दें कि सेक्टर-39 थाना पुलिस इस फर्जीवाड़े में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। जालसाजों ने आठ साल पहले मर चुके प्लॉट आवंटी का फर्जी आधार कार्ड बनवाया। दिल्ली से एक टेलर को लाकर कोठी का मालिक बनाया, फिर एक ब्रोकर के नाम एग्रीमेंट किया। इसके बाद दिल्ली निवासी एक व्यक्ति को बेच दिया गया। इस पूरे फर्जीवाड़े को प्रमाणिक करने की शुरुआत नोएडा प्राधिकरण के आवासीय भूखंड विभाग से हुई। यहां भूखंड की एनओसी फर्जी दस्तावेजों से किए गए आवेदन के आधार पर दी गई। ऐसे में आशंका है कि इस मामले में प्राधिकरण के आवासीय भूखंड के अधिकारी-कर्मचारियों की भी मिलीभगत होगी। प्राधिकरण के एसीईओ सतीश पाल ने बताया कि पता लगवाया जा रहा है कि फर्जी दस्तावेजों से प्रोपर्टी का ट्रांसफर ऑफ मैमोरेंडम कैसे कर दिया गया। अभी तक जांच में सामने आया है कि सिर्फ प्राधिकरण में ही फर्जी दस्तावेज जमा नहीं किए गए, बल्कि प्रोपर्टी ट्रांसफर के लिए जरूरी बैंक में हस्ताक्षर का सत्यापन भी कराया गया था। इसके लिए जालसाज बैंक भी गया होगा।