ghaziabad news श्रावण मास का पवित्र पर्व, कांवड़ यात्रा की धार्मिक ऊर्जा और दूधेश्वरनाथ मंदिर में उमड़ती श्रद्धालु भीड़ इन सभी को समेटने के लिए गाजियाबाद पुलिस प्रशासन पूरी शिद्दत से दिन राज जुटा हुआ है। कोई चूक न हो जाए इसलिए पुलिस उपायुक्त नगर धवल जायसवाल ने सोमवार को दुधेश्वरनाथ मंदिर परिसर का स्थलीय निरीक्षण कर सुरक्षा इंतजामों की गहराई से समीक्षा की। डीसीपी सिटी ने मंदिर के चारों ओर की यातायात व्यवस्था, पार्किंग की सुविधा, महिला सुरक्षा, सीसीटीवी कवरेज, बैरिकेडिंग, तथा आपात निकासी मार्ग तक को स्वयं परखा। उनके साथ सम्बंधित थाना प्रभारियों एवं पुलिस टीमों ने भी निरीक्षण किया। डीसीपी सिटी ने कहा कि श्रद्धालुओं को न केवल सुरक्षा देनी है, बल्कि उन्हें एक सहज, भयमुक्त और व्यवस्थित अनुभव भी देना है। हमारी प्राथमिकता है कि धार्मिक उत्सव में कोई बाधा न आए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि भीड़ नियंत्रण, मेडिकल सहायता, एवं ट्रैफिक डायवर्जन प्लान को अपडेटेड और एक्टिव मोड में रखा जाए।
स्थानीय प्रशासन, नगर निगम एवं मंदिर समिति से भी सामंजस्य बनाए रखने को कहा गया। पुलिस आयुक्त के जनता से सीधा संवाद अभियान के तहत, डीसीपी सिटी धवल जायसवाल ने सोमवार को अपने कार्यालय में लोगों की समस्याएं सुनीं और उनकी शिकायतों को न केवल गंभीरता से लिया, बल्कि सम्बंधित अधिकारियों को स्पष्टीकरण के साथ समयबद्ध समाधान के लिए निर्देशित किया। एक दर्जन से अधिक नागरिकों ने जमीन विवाद, साइबर ठगी, थाना स्तर की अनदेखी, और ट्रैफिक संबंधी मुद्दों को लेकर आवेदन प्रस्तुत किए। सभी को पावती पत्र के साथ कार्रवाई की जानकारी दी गई।
डीसीपी सिटी ने निर्देश दिए कि शिकायत सिर्फ कागज पर नहीं होनी चाहिए, समाधान जमीन पर दिखना चाहिए। यही हमारी कार्यसंस्कृति है उत्तरदायी, तत्पर और पारदर्शी है।
जायसवाल की कार्यशैली में सिर्फ आदेश नहीं, बल्कि उपस्थिति दिखती है। उन्होंने कहा कि पुलिस की असली नब्ज कार्यालय में नहीं, मैदान में दिखती है।
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