लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिल पेश करते हुए कहा कि यह स्वास्थ्य सुरक्षा को मजबूत करने के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा को भी बढ़ावा देगा। बिल के तहत जीएसटी क्षतिपूर्ति सेस समाप्त होने के बाद तंबाकू और संबंधित उत्पादों पर उच्च एक्साइज ड्यूटी लगाने का प्रावधान है। विपक्षी दलों ने हालांकि इस पर बहस की मांग की, लेकिन अंततः यह आवाज पर मतदान से पारित हो गया।
यह बिल सत्र के दौरान पास होने वाला दूसरा प्रमुख विधेयक है। कल (4 दिसंबर) को लोकसभा ने ‘सेंट्रल एक्साइज (अमेंडमेंट) बिल, 2025’ को मंजूरी दी थी, जो तंबाकू उत्पादों पर उच्च कर लगाने से जुड़ा है। संसदीय कार्य मंत्रालय के अनुसार, सत्र में कुल 13 से 14 विधेयक लंबित हैं, जिनमें न्यूक्लियर एनर्जी, उच्च शिक्षा सुधार, डिक्रिमिनलाइजेशन और सिक्योरिटीज से जुड़े बिल शामिल हैं। आज केवल एक बिल ही पारित हुआ, लेकिन अगले दिनों में और विधेयकों पर चर्चा की उम्मीद है।
सत्र के दौरान विपक्ष ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरा। कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने उड़ान रद्दीकरण की समस्या पर सवाल उठाते हुए कहा कि विमानन कंपनियों की मनमानी से यात्रियों को नुकसान हो रहा है और सरकार जिम्मेदारी नहीं ले रही। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले ने महंगाई बढ़ने का मुद्दा उठाया, जबकि समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव ने एयरलाइंस की मनमानी पर निशाना साधा। इन चर्चाओं के बीच सदन में हंगामा भी देखने को मिला।
राज्यसभा आज दोपहर ही स्थगित हो गया और अगली बैठक 8 दिसंबर को सुबह 11 बजे होगी। सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें सरकार का विधायी एजेंडा महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि ये बिल स्वास्थ्य, पर्यावरण और आर्थिक सुधारों को प्रभावित करेंगे।
संसद के इस सत्र में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी बहसें जारी हैं, जो लोकतंत्र की जीवंतता की दर्शा रही हैं। आने वाले दिनों में और विधेयकों पर फैसले की उम्मीद है।

