Noida Police: एक ज़माना था जब आगे चोर और पीछे पीछे पुलिस होती थी, और कहा जाता था कि कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं। किसी ना किसी दिन चोर पकड़ा जाता था। पुलिस मुखबिरों की सहायता से चोरों को पकड़ वारदातों के खुलासे भी करती थी। एक समय पर मुखबिर तंत्र जिस पुलिस अफसर का मजबूत होता था, उसकी विभाग में बहुत अहमियत होती थी। लेकिन अब वक्त बदल गया है अब मुखबिर तंत्र से काम नहीं चलता। बल्कि जिस पुलिस अफसर के पास नई नई तकनीक का ज्ञान होगा और साइबर क्राइम अपराधियों के पीछे लगकर उनकी धरपकड़ करेगा, उसी को बेस्ट माना जा रहा है। हो भी क्यों न। आजकल डिजिटल इंडिया के जमाने में साइबर क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। इससे निपटने के लिए गौतम बुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह का प्लान काफी कारगर साबित हो सकता है। कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए बड़ा कदम उठा लिया है।
यूपी में शायद ही कहीं ऐसा साइबर क्राइम तंत्र होगा जो अपराधियों पर तुरंत लगाम लगाएगा। सेक्टर 14ए में साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए साइबर लैब स्थापित की जा रही है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बताया कि यह लैब स्टेट ऑफ दी आर्ट की तर्ज पर बनाई जा रही है। जिसमे अलग अलग प्रकार के साइबर क्राइम पर काबू कैसे पाया जाए और अपराधियों को कैसे पकड़ा जाए, उस पर फोकस किया जाएगा। इस लैब में एसीपी के साथ साथ इंस्पेक्टर और नई नई तकनीक का ज्ञान रखने वाले पुलिस अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे। कमिश्नर लक्ष्मी सिंह मानती है लगातार साइबर क्राइम बढ़ रहा है, इसलिए पुलिस की कार्यशैली में भी बदलाव जरूरी है। उन्होंने बताया कि लगातार वे एनालिटिक्स कर रही है कि जिले में साइबर अपराध किस किस प्रकार से बढ़ रहा है। अब फिजिकल क्राइम कम और ऑनलाइन कराएं अधिक हो रहा है। जिस तरह से डिजिटल अरेस्ट की घटनाएँ बढ़ती जा रही है, वो एक चिंता का विषय है। लेकिन इस तरह की घटनाओं के लिए भी पुलिस को बड़ा ब्रेकथ्रो मिल चुका है। जिसपर काम किया जा रहा। जल्द ही परिणाम सामने होंगे। इसके अलावा लोगों को फ़ोन पर इधर उधर बातों में लगाकर या लालच देकर उनके बैंक खातों से रुपए निकाले की घटनाओं को भी पुलिस पैनी नजर से देख रही है। इस पर भी जल्द रोक लगेगी।