Vice President of India CP Radhakrishnan: भारत के उपराष्ट्रपति का पद देश का दूसरा सबसे बड़ा संवैधानिक पद है, जो राष्ट्रपति के बाद आता है। उपराष्ट्रपति, राज्यसभा के पदेन सभापति के रूप में भी कार्य करते हैं। भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में सीपी राधाकृष्णन चुने गए है। वे एनडीए के उम्मीदवार थे।
चलिए बताते है अब तक कौन कौन रहे है उपराष्ट्रपति और उनका इतिहास…
भारत के अब तक के उपराष्ट्रपति और उनका कार्यकाल:
- डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (1952-1962): भारत के पहले उपराष्ट्रपति और एक प्रसिद्ध दार्शनिक।
- डॉ. जाकिर हुसैन (1962-1967): शिक्षाविद और भारत के तीसरे राष्ट्रपति भी बने।
- वराहगिरि वेंकट गिरि (1967-1969): 1969 में राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए पद से इस्तीफा दिया।
- गोपाल स्वरूप पाठक (1969-1974): अपने शांत और विद्वत्तापूर्ण स्वभाव के लिए जाने जाते थे।
- बसप्पा दानप्पा जत्ती (1974-1979): कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री।
- न्यायमूर्ति मुहम्मद हिदायतुल्लाह (1979-1984): सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश।
- रामास्वामी वेंकटरमन (1984-1987): 1987 में राष्ट्रपति बने।
- डॉ. शंकर दयाल शर्मा (1987-1992): 1992 में राष्ट्रपति बने।
- कोचेरिल रमन नारायणन (1992-1997): 1997 में राष्ट्रपति बने।
- कृष्णकांत (1997-2002): पद पर रहते हुए निधन हुआ।
- भैरोंसिंह शेखावत (2002-2007): राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री।
- मोहम्मद हामिद अंसारी (2007-2017): दो कार्यकाल तक सेवा दी।
- एम. वेंकैया नायडू (2017-2022): भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता।
- जगदीप धनखड़ (2022-2025): पूर्व राज्यपाल और वकील।
भारत के 15वें उपराष्ट्रपति: सी.पी. राधाकृष्णन
हाल ही में, भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव हुआ है। चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन को भारत का 15वां उपराष्ट्रपति चुना गया है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उम्मीदवार के रूप में, उन्होंने विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों के अंतर से हराकर यह पद हासिल किया है।
सी.पी. राधाकृष्णन का इतिहास:
- राजनीतिक जीवन: 67 वर्षीय राधाकृष्णन का राजनीतिक करियर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जड़ों से जुड़ा हुआ है।
- संसदीय अनुभव: वे दो बार (1998 और 1999) कोयंबटूर से लोकसभा के सदस्य रहे हैं।
- राज्यपाल के रूप में: वे झारखंड, तेलंगाना और महाराष्ट्र जैसे राज्यों के राज्यपाल के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।
- छवि: उनकी छवि एक सौम्य और गैर-विवादित नेता की रही है।
- पहचान: उन्हें लोग प्यार से ‘तमिलनाडु के मोदी’ के नाम से भी जानते हैं।
राधाकृष्णन, दक्षिण भारत से इस पद पर काबिज होने वाले पहले ओबीसी नेता हैं, जो भारत के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण घटना है। उनके सामने राज्यसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच संतुलन बनाए रखने जैसी कई चुनौतियां होंगी।

