जिन लोगों ने कोरोना वेक्सीन लगवाई थी, उनका डाटा लीक होने की खबरें आ रही है। दावा किया जा रहा है कि टेलीग्राम बॉट ने ब्वॅप्छ प्लेटफॉर्म का उपयोग करके वैक्सीन लेने वाले सभी लोगों के फोन नंबर, आधार नंबर, जन्म तिथि और अन्य प्रमुख जानकारी लीक की हैं। पूरी जानकारी टेलीग्राम प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। मतलब यह हुआ कि पिछले तीन वर्षों में भारत में कोविड वैक्सीन लेने वाले हर व्यक्ति को अपनी निजी जानकारी के सार्वजनिक होने का खतरा है। डाटा लीक को लेकर सरकार की ओर से भी आधिकारिक बयान आ गया है। सरकार का कहना है कि कोविन पोर्टल पूरी तरह सुरक्षित है।
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डाटा लीक से सरकार ने किया इनकार
डाटा लीक पर सरकार की ओर से भी आधिकारिक बयान आ गया है। सरकार का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्रालय का कोविन पोर्टल डाटा प्राइवेसी के लिए सुरक्षा उपायों के साथ पूरी तरह सुरक्षित है। डाटा लीक की रिपोर्ट बिना किसी आधार और शरारतपूर्ण प्रकृति की हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सीईआरटी-इन से इस मुद्दे को देखने और एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है।
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केंद्रीय मंत्री चंद्रशेखर ने कहा
ब्वॅप्छ प्लेटफॉर्म पर डाटा के कथित उल्लंघन की खबरों के बीच, केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि ऐसा नहीं लगता कि ब्वूपद एप या डाटाबेस का सीधे उल्लंघन किया गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (ब्म्त्ज्-प्द) ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और मामले की समीक्षा की। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि एक टेलीग्राम बॉट फोन नंबरों की एंट्री पर कोविन एप की डिटेल्स दिखा रहा था। मंत्री ने मामले को साफ करते हुए कहा, ष्डाटा को खतरे वाले एक्टर डाटाबेस से बॉट द्वारा एक्सेस किया जा रहा था, जो पहले से चोरी किए गए डाटा से भरा हुआ लगता है। केंद्रीय मंत्री के अनुसार, ऐसा नहीं लगता है कि कोविन एप या डाटाबेस का सीधे उल्लंघन किया गया है।