Noida News। महिलाओं का ऐसा संगठन सामने आ रहा है जो उनके उत्थान के लिए काम कर रहा है। ये संगठन महिलाओं को प्रोत्साहित ही नहीं करता बल्कि उन्हें घर में रहते हुए कमाने के तौर तरीके भी बताता है। कुल मिलाकर कहा जाए तो जिस तरह से ये संगठन काम कर रहा है उससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने साकार हो रहे हैं। चलिए बताते है कैसे काम करता है संगठन
भारत मंडपम में कर रहे बड़ा कार्यक्रम
स्टार्टअप (Startup) की चाह रखने वाले युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय युवा कौशल दिवस (15 जुलाई) के अवसर पर दिल्ली स्थित भारत मंडपम में युवा उद्यमी शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इसका आयोजन कांफ्रेडरेशन ऑफ वूमेन्स एंटरप्रेन्योर्स ऑफ इंडिया ( COWE इंडिया) द्वारा किया जा रहा है।
इस संबंध में COWE इंडिया की ओर से सेक्टर-29 स्थित नोएडा मीडिया क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। प्रेस वार्ता में COWE इंडिया की राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मीतू पुरी ने बताया कि यह सम्मेलन युवाओं को अपने स्टार्टअप को प्रदर्शित करने और उद्योग जगत की जानी-मानी हस्तियों व नीति निर्माताओं से सीधे जुड़ने का मंच प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम की मुख्य अतिथि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता होंगी, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत 2047” विजन के तहत सरकार की नीतियों और योजनाओं की जानकारी देंगी। COWE उत्तर प्रदेश की अध्यक्ष रिया रहेजा ने बताया कि सम्मेलन में आईआईटी मद्रास, आईआईटी दिल्ली, एमिटी विश्वविद्यालय, मारवाह स्टूडियोज सहित अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के युवा अपने स्टार्टअप्स का प्रदर्शन करेंगे।
सम्मेलन में प्रमुख वक्ताओं में शामिल होंगे:
रमेश अग्रवाल, अध्यक्ष, मूवर्स एंड पैकर्स – अपने उद्यमशीलता अनुभव साझा करेंगे।
राहुल भारती, मारुति सुजुकी – ऑटोमोटिव क्षेत्र में नवाचार पर प्रकाश डालेंगे।
मर्सी एपाओ, एमएसएमई मंत्रालय – लघु व मध्यम उद्यमों के लिए सरकारी पहलों पर चर्चा करेंगी।
ममता वेंकटेश, स्टार्टअप इंडिया – स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र पर अपने विचार साझा करेंगी।
दुष्यंत सिंह, ओरियन – उद्यमिता के दृष्टिकोण से युवाओं को प्रेरित करेंगे।
COWE की यूथ अध्यक्ष परिधि रहेजा ने बताया कि सम्मेलन में स्टार्टअप पिच, पैनल चर्चा और नेटवर्किंग सत्र आयोजित किए जाएंगे, जो युवाओं, निवेशकों और नीति निर्माताओं के बीच सहयोग को बढ़ावा देंगे। इसका उद्देश्य नए विचारों और व्यावसायिक अवसरों के बीच की खाई को पाटना है।यह संगठन महिलाओं को सशक्त बनाने की ओर बढता जा रहा है। सरकारी योजनाओं का लाभ महिलाओं को मिलता रहे, इस पर भी विशेष काम कर रहा है। इस संगठन से करीब 18 हजार महिलाएं जुड़ी है। जो विभिन्न क्षेत्र में उद्योग चला रही है।

