नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण में संविदा वाले जेई हटेंगे या फिर हो जाएंगे ठन ठन गोपाल
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अलग अलग विभागों में भारती हुए युवाओं को अपॉइंटमेंट लेटर दे रहे हैं इसके लिए लखनऊ में कई बार कार्यक्रम का आयोजन किया जा चुका है इतना ही नहीं कई जिलों में जाकर मुख्यमंत्री ने चयनित छात्रों को नियुक्ति पत्र भी सौंपे हैं रोजगार युवाओं को मिल रहा है वो लेकिन इससे प्राधिकरण के अवर अभियंताओं यानी जेई के बीच खलबली शुरू हो गई है रातों की नींद उड़ गई है दरअसल ऐसा इसलिए हो रहा है यूपी सरकार ने 1310 जेई भारती की ये है वो भी यू पी पी ए सी के जरिये आयोग अपनी परीक्षा साक्षात्कार कराता है और फिर भर्ती करता है सूत्रों के अनुसार 1310 जेईई में से 101 जेई नोएडा प्राधिकरण में पोस्ट किए जा सकते है। क्योकि 101 पद खाली है जिन पर फिलहाल संविदा वाले जेई काम कर रहे है। ऐसे में नई नियुक्ति वाले जेई की पोस्टिंग हो जाती है तो संविदा वाले हटा दिये जाएंगे या फिर एमबी यानी मेजरमेंट बुक की जो पावर है उसे खत्म कर दिया जाएंगा। इसका मतलाब ये हुआ कि ठेकेदारों से संविदा वाले जेई की पकड़ खत्म हो जाएंगी। इसके बाद ये जेई ठन ठन गोपाल हो जाएंगे। फिलहाल नोएडा प्राधिकरण में कुल 82 ऐसे जेई है जो संविदा पर कार्य कर रहे है।
नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण में तेजी से हो रहा विकास
नोएडा ग्रेटर नोएडा यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में लगातार विकास कार्य चल रहे हैं, जिसकी देखभाल के लिए रीढ़ की तरह जेई को माना जाता है। ऐसे में ज़्यादा से ज़्यादा साइट पर जेई मौजूद रहकर काम कराते हैं। ताकि किसी भी विकास कार्य में कोई गड़़बड़ ना हो और उसकी गुणवत्ता भी पूरी तरह बनी रही यही कारण है, कि 1310 जेई की नियुक्ति में से अधिक से अधिक जेई को नोएडा ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण में भेजा जा सकता है।