रोम के पास जलवायु न्याय सम्मेलन: पोप लियो चौदहवें ने अर्नोल्ड श्वार्जनेगर के साथ मिलकर पर्यावरण संकट पर वैश्विक एकजुटता का आह्वान किया

Climate Justice Conference near Rome: रोम से करीब 18 मील दूर स्थित कास्टेल गैंडोल्फो में आज एक ऐतिहासिक जलवायु सम्मेलन का आगाज हुआ, जहां पोप लियो चौदहवें ने पर्यावरण विशेषज्ञों, कार्यकर्ताओं और हॉलीवुड अभिनेता व जलवायु पैरोकार अर्नोल्ड श्वार्जनेगर सहित सैकड़ों गणमान्य व्यक्तियों के साथ वैश्विक पर्यावरण संकट से निपटने के लिए एकजुट कार्रवाई का संकल्प लिया। “रेजिंग होप फॉर क्लाइमेट जस्टिस” नामक इस तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में 1,000 से अधिक धार्मिक नेता, राजनीतिक हस्तियां और वैज्ञानिक एक मंच पर आए हैं, जो पृथ्वी को बचाने की दिशा में एक नया अध्याय लिखने का प्रयास है।

यह सम्मेलन स्वर्गीय पोप फ्रांसिस की 2015 की ऐतिहासिक पर्यावरणीय विश्व पत्रिका “लौदातो सी” (हमारी साझा मां पृथ्वी की देखभाल) के 10वें वर्षगांठ पर आयोजित किया गया है, जिसमें जलवायु परिवर्तन को वैज्ञानिक के रूप में स्वीकार करते हुए कार्बन उत्सर्जन कम करने का आह्वान किया गया था। पोप लियो चौदहवें, जो अमेरिका के पहले पोप हैं, ने अपने पूर्ववर्ती की पर्यावरणीय विरासत को आगे बढ़ाते हुए कहा, “पर्यावरण की रक्षा सामाजिक, आर्थिक और मानवीय न्याय का मुद्दा है। हमें हताशा में नहीं, बल्कि आशा के साथ आगे बढ़ना होगा।” सम्मेलन का आयोजन वेटिकन के लौदातो सी मूवमेंट द्वारा किया गया है, जो विश्वास, राजनीति और सिविल सोसाइटी के माध्यम से वैश्विक प्रतिक्रिया को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखता है। यह कार्यक्रम पेरिस समझौते की 10वीं वर्षगांठ और 2025 के जूबिली वर्ष से भी जुड़ा हुआ है।

अभिनेता और पूर्व कैलिफोर्निया गवर्नर अर्नोल्ड श्वार्जनेगर, जो अपनी “टर्मिनेटर” फिल्म सीरीज के लिए प्रसिद्ध हैं, ने सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में मुख्य भाषण दिया। उन्होंने प्रदूषण को “समाप्त” करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, “मुझे ट्रंप प्रशासन की जलवायु संशयवादिता की चिंता नहीं है।

व्यक्तिगत विकल्प, स्थानीय नियम और कैथोलिक चर्च की नैतिक नेतृत्व शक्ति ही ग्लोबल वार्मिंग को समाप्त करने का असली हथियार हैं।” श्वार्जनेगर ने अपनी श्वार्जनेगर क्लाइमेट इनिशिएटिव का जिक्र करते हुए कहा कि 1.4 अरब कैथोलिकों की पहुंच वाली चर्च पर्यावरण कार्यकर्ताओं के लिए एक “पावरहाउस” है, जो व्यक्तिगत स्तर पर कार्रवाई को प्रेरित कर सकती है। यह उनका दूसरा मौका है जब वे किसी पोप से मिल रहे हैं—पहली बार 2017 में उन्होंने पोप फ्रांसिस से मुलाकात की थी।

सम्मेलन के पहले दिन ब्राजील की पर्यावरण मंत्री मरिना सिल्वा, लौदातो सी मूवमेंट की निदेशक लॉर्ना गोल्ड और फ़ोक्लोर मूवमेंट की अध्यक्ष मार्गरेट कर्रम ने भी संबोधन दिया। सिल्वा ने अमेजन वर्षावन की रक्षा पर जोर दिया, जबकि गोल्ड ने कहा, “पोप फ्रांसिस ने हमें हताशा न करने बल्कि ‘गाते हुए आगे बढ़ने’ का संदेश दिया था। अब हम उनकी विरासत को जीवंत बनाएंगे।” सम्मेलन 3 अक्टूबर तक चलेगा, जहां जलवायु न्याय, जीवाश्म ईंधन से संक्रमण और सतत विकास पर विस्तृत चर्चा होगी।

वेटिकन प्रेस कार्यालय के अनुसार, यह आयोजन वैश्विक पर्यावरण संकट के समाधान के लिए विश्वास-आधारित और राजनीतिक पहलों को जोड़ने का प्रयास है। विशेषज्ञों का मानना है कि पोप लियो चौदहवें का यह कदम कैथोलिक समुदाय को पर्यावरण कार्यों में और सक्रिय करेगा, जो पहले से ही लाखों लोगों को प्रेरित कर रहा है। सम्मेलन के दौरान जारी होने वाले संयुक्त बयान पर सभी की नजरें टिकी हैं, जो संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलनों के लिए एक नया दिशा-निर्देश दे सकता है।

यह घटना न केवल धार्मिक जगत बल्कि वैश्विक पर्यावरण आंदोलन के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकती है, जहां हॉलीवुड की चमक और वेटिकन की आध्यात्मिकता एक साथ मिलकर पृथ्वी को बचाने का संदेश दे रही हैं।

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